BESCHLUSS
|
|
1
|
|
.
|
|
Juni
|
|
Rechtsstreit
|
|
ECLI
|
|
:
|
|
:
|
|
I.
|
|
Zivilsenat
|
|
Bundesgerichtshofs
|
|
hat
|
|
1
|
|
.
|
|
Juni
|
|
Vorsitzenden
|
|
Richter
|
|
Prof.
|
|
Dr.
|
|
Richter
|
|
Prof.
|
|
Dr.
|
|
Prof.
|
|
Dr.
|
|
Dr.
|
|
beschlossen
|
|
:
|
|
Anhörungsrüge
|
|
Senatsurteil
|
|
2
|
|
.
|
|
März
|
|
wird
|
|
Kosten
|
|
Beklagten
|
|
zurückgewiesen
|
|
.
|
|
Gründe
|
|
:
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
321a
|
|
statthafte
|
|
auch
|
|
Übrigen
|
|
zulässige
|
|
Anhörungsrüge
|
|
ist
|
|
Sache
|
|
begründet
|
|
.
|
|
Anspruch
|
|
Beklagten
|
|
rechtliches
|
|
Gehör
|
|
Art
|
|
.
|
|
Abs.
|
|
GG
|
|
ist
|
|
Senatsurteil
|
|
2
|
|
.
|
|
März
|
|
verletzt
|
|
.
|
|
1
|
|
.
|
|
Senat
|
|
hat
|
|
ausgeführt
|
|
Frage
|
|
Getreide
|
|
Saatgut
|
|
Sinne
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Nr.
|
|
Buchst
|
|
.
|
|
vertrieben
|
|
werde
|
|
sei
|
|
Blick
|
|
tatsächliche
|
|
Zweckbestimmung
|
|
Zeit
|
|
Vertreibens
|
|
beantworten
|
|
.
|
|
gesetzlichen
|
|
Schutzzweck
|
|
wettbewerblichen
|
|
Interessen
|
|
Saatgutverbraucher
|
|
Rechnung
|
|
tragen
|
|
sei
|
|
erforderlich
|
|
gesamten
|
|
Veräußerungstatbestand
|
|
berücksichtigen
|
|
.
|
|
Sei
|
|
Saatgut
|
|
gewerblich
|
|
Verkehr
|
|
bringe
|
|
Abnehmer
|
|
später
|
|
vorgenommene
|
|
Aussaat
|
|
Konsumgetreides
|
|
objektiver
|
|
Umstände
|
|
voraussehbar
|
|
so
|
|
liege
|
|
"
|
|
Bestimmung
|
|
"
|
|
Aussaat
|
|
bereits
|
|
Zeitpunkt
|
|
verkehrbringens
|
|
.
|
|
Berufungsgericht
|
|
habe
|
|
objektiven
|
|
Umstände
|
|
tatrichterlicher
|
|
Würdigung
|
|
festgestellt
|
|
.
|
|
Revision
|
|
zeige
|
|
insoweit
|
|
Rechtsfehler
|
|
ersetze
|
|
tatrichterliche
|
|
Würdigung
|
|
revisionsrechtlich
|
|
unzulässiger
|
|
Weise
|
|
abweichende
|
|
Beurteilung
|
|
.
|
|
Rüge
|
|
Revision
|
|
Berufungsgericht
|
|
habe
|
|
Vortrag
|
|
Beklagten
|
|
übergangen
|
|
habe
|
|
relevanten
|
|
Zeitpunkt
|
|
zertifiziertes
|
|
Saatgut
|
|
verfügt
|
|
schon
|
|
Anlass
|
|
Verkauf
|
|
Konsumware
|
|
Saatzwecken
|
|
gehabt
|
|
bleibe
|
|
schon
|
|
Erfolg
|
|
Berufungsgericht
|
|
Würdigung
|
|
mangelnde
|
|
Fähigkeit
|
|
Beklagten
|
|
Lieferung
|
|
Saatgut
|
|
abgestellt
|
|
vielmehr
|
|
offen
|
|
gelassen
|
|
habe
|
|
.
|
|
Entscheidend
|
|
sei
|
|
Verwertung
|
|
Saatgut
|
|
Beklagte
|
|
objektiver
|
|
Umstände
|
|
voraussehbar
|
|
gewesen
|
|
sei
|
|
Zusammenhang
|
|
eigene
|
|
Lieferfähigkeit
|
|
Saatgut
|
|
angekommen
|
|
sei
|
|
.
|
|
Bestimmung
|
|
Rede
|
|
stehenden
|
|
Getreides
|
|
Aussaat
|
|
habe
|
|
Berufungsgericht
|
|
folgern
|
|
können
|
|
Landwirte
|
|
Felder
|
|
witterungsbedingt
|
|
neu
|
|
hätten
|
|
bestellen
|
|
müssen
|
|
Beklagte
|
|
langjährigen
|
|
Geschäftsbeziehung
|
|
betroffenen
|
|
Landwirt
|
|
gewusst
|
|
habe
|
|
Verwendung
|
|
verkauften
|
|
Konsumgetreides
|
|
Futtermittel
|
|
Betracht
|
|
gekommen
|
|
sei
|
|
.
|
|
Berufungsgericht
|
|
habe
|
|
dahinstehen
|
|
lassen
|
|
können
|
|
Landwirt
|
|
zertifiziertem
|
|
Saatgut
|
|
gefragt
|
|
habe
|
|
Umständen
|
|
bereits
|
|
hinreichende
|
|
Anhaltspunkte
|
|
beabsichtigte
|
|
Aussaat
|
|
ergeben
|
|
hätten
|
|
.
|
|
Landwirt
|
|
Viehhaltung
|
|
betrieben
|
|
habe
|
|
sei
|
|
Beklagten
|
|
beanstandender
|
|
Würdigung
|
|
Berufungsgerichts
|
|
bekannt
|
|
gewesen
|
|
.
|
|
Insoweit
|
|
sei
|
|
auch
|
|
angekommen
|
|
Landwirt
|
|
bereits
|
|
früher
|
|
Konsumware
|
|
erworben
|
|
habe
|
|
.
|
|
Höhe
|
|
Preises
|
|
habe
|
|
Berufungsgericht
|
|
ebenso
|
|
wenig
|
|
entscheidend
|
|
abgestellt
|
|
Bezeichnung
|
|
Getreides
|
|
"
|
|
Sommerweizen
|
|
"
|
|
.
|
|
seinerzeitigen
|
|
Situation
|
|
gekennzeichnet
|
|
gewesen
|
|
sei
|
|
dass
|
|
witterungsbedingt
|
|
vielfach
|
|
neue
|
|
Aussaat
|
|
erforderlich
|
|
gewesen
|
|
sei
|
|
habe
|
|
Beklagte
|
|
ausgehen
|
|
dürfen
|
|
Landwirt
|
|
werde
|
|
rechtstreu
|
|
verhalten
|
|
.
|
|
Sichtweise
|
|
führe
|
|
Verkaufsverbot
|
|
Konsumware
|
|
Frühjahr
|
|
Herbst
|
|
Jahres
|
|
.
|
|
Revision
|
|
berücksichtige
|
|
insoweit
|
|
Beurteilung
|
|
Berufungsgerichts
|
|
konkrete
|
|
Umstände
|
|
zugrunde
|
|
gelegen
|
|
hätten
|
|
deutlich
|
|
beabsichtigte
|
|
Aussaat
|
|
gesprochen
|
|
hätten
|
|
.
|
|
2
|
|
.
|
|
Beklagte
|
|
macht
|
|
geltend
|
|
Ausführungen
|
|
habe
|
|
Senat
|
|
Anspruch
|
|
rechtliches
|
|
Gehör
|
|
Art
|
|
.
|
|
Abs.
|
|
GG
|
|
verletzt
|
|
.
|
|
Senat
|
|
habe
|
|
Beklagten
|
|
Revisionsbegründung
|
|
vorgetragenen
|
|
objektiven
|
|
Umständen
|
|
auseinandergesetzt
|
|
Bestimmung
|
|
Aussaat
|
|
kontraindiziert
|
|
hätten
|
|
.
|
|
Beklagte
|
|
habe
|
|
Lieferfähigkeit
|
|
zertifiziertes
|
|
Saatgut
|
|
auch
|
|
Umstand
|
|
geltend
|
|
gemacht
|
|
Landwirt
|
|
habe
|
|
Saatgut
|
|
gefragt
|
|
.
|
|
habe
|
|
auch
|
|
verwiesen
|
|
Landwirt
|
|
habe
|
|
Vergangenheit
|
|
mehrfach
|
|
Konsumgetreide
|
|
bezogen
|
|
Anzeichen
|
|
Rechtsuntreue
|
|
bestanden
|
|
hätten
|
|
.
|
|
Senat
|
|
Vorbringen
|
|
unerheblich
|
|
erachtet
|
|
habe
|
|
habe
|
|
Kern
|
|
Tragweite
|
|
Beklagtenvortrags
|
|
verkannt
|
|
.
|
|
Berücksichtigung
|
|
Umstände
|
|
habe
|
|
langjährige
|
|
Geschäftsbeziehung
|
|
Verdachtsmomente
|
|
aufgewogen
|
|
.
|
|
vorgetragenen
|
|
konkreten
|
|
Gegebenheiten
|
|
seien
|
|
sehr
|
|
wohl
|
|
erheblich
|
|
aufklärungsbedürftig
|
|
gewesen
|
|
.
|
|
Beklagte
|
|
habe
|
|
Revisionsbegründung
|
|
ferner
|
|
vorgetragen
|
|
etwaige
|
|
Kenntnis
|
|
Landwirt
|
|
Tierhaltung
|
|
mehr
|
|
betrieben
|
|
habe
|
|
habe
|
|
Aussaat
|
|
Konsumware
|
|
rechnen
|
|
lassen
|
|
müssen
|
|
.
|
|
Landwirte
|
|
handelten
|
|
auch
|
|
Futtergetreide
|
|
Landwirt
|
|
habe
|
|
ggf.
|
|
Zukauf
|
|
tätigen
|
|
müssen
|
|
eigene
|
|
Lieferpflichten
|
|
erfüllen
|
|
.
|
|
Auch
|
|
Vorbringen
|
|
habe
|
|
Senat
|
|
berücksichtigt
|
|
.
|
|
3
|
|
.
|
|
Gehörsrüge
|
|
Beklagten
|
|
ist
|
|
unbegründet
|
|
.
|
|
Bestimmung
|
|
Art
|
|
.
|
|
Abs.
|
|
GG
|
|
garantiert
|
|
Beteiligten
|
|
gerichtlichen
|
|
Verfahrens
|
|
Gelegenheit
|
|
erhalten
|
|
gerichtlichen
|
|
Entscheidung
|
|
zugrundeliegenden
|
|
Sachverhalt
|
|
Erlass
|
|
Entscheidung
|
|
äußern
|
|
Gericht
|
|
Vorbringen
|
|
Kenntnis
|
|
nimmt
|
|
Entscheidung
|
|
Erwägung
|
|
zieht
|
|
BVerfGE
|
|
;
|
|
BVerfG
|
|
.
|
|
Hingegen
|
|
ist
|
|
erforderlich
|
|
Einzelpunkte
|
|
Parteivortrags
|
|
ausdrücklich
|
|
bescheiden
|
|
BVerfGE
|
|
f.
|
|
;
|
|
Beschluss
|
|
24
|
|
.
|
|
Februar
|
|
.
|
|
Partei
|
|
hat
|
|
auch
|
|
Anspruch
|
|
Gericht
|
|
richtig
|
|
erachteten
|
|
Sinn
|
|
Vorbringen
|
|
befasst
|
|
vgl.
|
|
7
|
|
Juli
|
|
.
|
|
Medicus.log
|
|
;
|
|
Beschluss
|
|
3
|
|
.
|
|
April
|
|
.
|
|
.
|
|
liegt
|
|
Verletzung
|
|
rechtlichen
|
|
Gehörs
|
|
Beklagten
|
|
.
|
|
Senat
|
|
hat
|
|
Beklagten
|
|
übergangen
|
|
gerügten
|
|
Sachvortrag
|
|
befasst
|
|
jedoch
|
|
durchgreifend
|
|
erachtet
|
|
.
|
|
Senat
|
|
hat
|
|
Beklagten
|
|
angeführten
|
|
tatsächlichen
|
|
Umstände
|
|
berücksichtigt
|
|
revisionsrechtliche
|
|
Überprüfung
|
|
tatrichterlichen
|
|
Würdigung
|
|
Berufungsgericht
|
|
einbezogen
|
|
.
|
|
II
|
|
.
|
|
Kostenentscheidung
|
|
folgt
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
.
|
|
Büscher
|
|
Vorinstanzen
|
|
:
|
|
Entscheidung
|
|
OLG
|
|
Entscheidung
|