BESCHLUSS
|
|
StR
|
|
29
|
|
November
|
|
Strafsache
|
|
1
|
|
.
|
|
2
|
|
.
|
|
3
|
|
.
|
|
gewerbsmäßigen
|
|
Bandenbetrugs
|
|
hier
|
|
:
|
|
Revisionen
|
|
Angeklagten
|
|
ECLI
|
|
:
|
|
:
|
|
3
|
|
.
|
|
Strafsenat
|
|
Bundesgerichtshofs
|
|
hat
|
|
Anhörung
|
|
Beschwerdeführer
|
|
Generalbundesanwalts
|
|
1
|
|
.
|
|
Hinblick
|
|
Angeklagten
|
|
2
|
|
.
|
|
Antrag
|
|
29
|
|
November
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
analog
|
|
einstimmig
|
|
beschlossen
|
|
:
|
|
1
|
|
.
|
|
Revisionen
|
|
Angeklagten
|
|
wird
|
|
Urteil
|
|
Landgerichts
|
|
16
|
|
.
|
|
März
|
|
auch
|
|
Angeklagten
|
|
betrifft
|
|
jeweiligen
|
|
Schuldsprüchen
|
|
geändert
|
|
Angeklagte
|
|
gewerbsmäßigen
|
|
Bandenbetrugs
|
|
Fällen
|
|
Fälle
|
|
Urteilsgründe
|
|
Betrugs
|
|
Fällen
|
|
Fälle
|
|
14
|
|
Urteilsgründe
|
|
schuldig
|
|
ist
|
|
Angeklagten
|
|
jeweils
|
|
gewerbsmäßigen
|
|
Bandenbetrugs
|
|
tateinheitlichen
|
|
Fällen
|
|
schuldig
|
|
sind
|
|
betreffend
|
|
Angeklagten
|
|
aufgehoben
|
|
gesamten
|
|
Strafausspruch
|
|
jedoch
|
|
bleiben
|
|
zugehörigen
|
|
Feststellungen
|
|
aufrechterhalten
|
|
Ausspruch
|
|
Verfallsanordnung
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
111i
|
|
Abs.
|
|
zugehörigen
|
|
Feststellungen
|
|
.
|
|
Umfang
|
|
Aufhebung
|
|
wird
|
|
Sache
|
|
neuer
|
|
Verhandlung
|
|
Entscheidung
|
|
auch
|
|
Kosten
|
|
Rechtsmittel
|
|
andere
|
|
Strafkammer
|
|
Landgerichts
|
|
zurückverwiesen
|
|
.
|
|
2
|
|
.
|
|
weitergehenden
|
|
Revisionen
|
|
werden
|
|
verworfen
|
|
.
|
|
Gründe
|
|
:
|
|
Landgericht
|
|
hat
|
|
Angeklagten
|
|
gewerbsmäßigen
|
|
Bandenbetrugs
|
|
Fällen
|
|
Gesamtfreiheitsstrafe
|
|
Jahren
|
|
Monaten
|
|
Angeklagten
|
|
revidierenden
|
|
jeweils
|
|
gewerbsmäßigen
|
|
Bandenbetrugs
|
|
Fällen
|
|
Fall
|
|
anderen
|
|
Fall
|
|
tateinheitlichen
|
|
Fällen
|
|
Einbeziehung
|
|
früher
|
|
Angeklagten
|
|
verhängten
|
|
Strafen
|
|
Gesamtfreiheitsstrafe
|
|
Jahren
|
|
Jahren
|
|
Monaten
|
|
verurteilt
|
|
.
|
|
hat
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
111i
|
|
Abs.
|
|
StPO
|
|
Verfallsanordnungen
|
|
abgesehen
|
|
festgestellt
|
|
Angeklagte
|
|
€
|
|
Angeklagten
|
|
jeweils
|
|
€
|
|
Taten
|
|
erlangt
|
|
haben
|
|
Adhäsionsentscheidungen
|
|
getroffen
|
|
.
|
|
gerichteten
|
|
Revisionen
|
|
Angeklagten
|
|
haben
|
|
jeweils
|
|
Sachrüge
|
|
Beschlussformel
|
|
ersichtlichen
|
|
Teilerfolg
|
|
;
|
|
Übrigen
|
|
sind
|
|
Rechtsmittel
|
|
unbegründet
|
|
Sinne
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
.
|
|
1
|
|
.
|
|
Landgericht
|
|
getroffenen
|
|
Feststellungen
|
|
fassten
|
|
Angeklagten
|
|
spätestens
|
|
September
|
|
Gifhorn
|
|
Namen
|
|
-Reisen
|
|
"
|
|
fiktives
|
|
Reisebüro
|
|
"
|
|
betreiben
|
|
.
|
|
beabsichtigten
|
|
Internet
|
|
Werbeanzeigen
|
|
Zeitungen
|
|
Reiseleistungen
|
|
Preisen
|
|
anzubieten
|
|
marktüblichen
|
|
lagen
|
|
gewonnenen
|
|
Kunden
|
|
Buchung
|
|
vollständigen
|
|
Zahlung
|
|
Reisepreises
|
|
Zweck
|
|
bank
|
|
eingerichtetes
|
|
"
|
|
sen.
|
|
Angeklagten
|
|
hatten
|
|
vornherein
|
|
verkauften
|
|
Reiseleistungen
|
|
erbringen
|
|
Veröffentlichung
|
|
Werbeanzeigen
|
|
anfallenden
|
|
Kosten
|
|
begleichen
|
|
.
|
|
Weise
|
|
wollten
|
|
fortlaufende
|
|
Einnahmequelle
|
|
Finanzierung
|
|
Lebensunterhalts
|
|
verschaffen
|
|
.
|
|
gemeinsamen
|
|
Tatplan
|
|
Angeklagten
|
|
sollte
|
|
"
|
|
Kopf
|
|
"
|
|
Gruppe
|
|
Projekt
|
|
leiten
|
|
wesentlichen
|
|
Entscheidungen
|
|
treffen
|
|
.
|
|
sollte
|
|
insbesondere
|
|
Geschäftskonto
|
|
ausgegebenen
|
|
Bankkarte
|
|
alleinigen
|
|
Zugriff
|
|
eingehenden
|
|
Beträge
|
|
haben
|
|
.
|
|
Stellvertreter
|
|
sollte
|
|
fungieren
|
|
leitende
|
|
Funktionen
|
|
sondere
|
|
längeren
|
|
Krankenhausaufenthalts
|
|
nehmen
|
|
.
|
|
sollten
|
|
Wesentlichen
|
|
organisatorische
|
|
Beiträge
|
|
leisten
|
|
Aufbau
|
|
Aufrechterhaltung
|
|
Geschäftsbetriebs
|
|
dienten
|
|
Ausführung
|
|
konkreten
|
|
Tathandlungen
|
|
obliegen
|
|
sollte
|
|
.
|
|
hatte
|
|
insbesondere
|
|
Aufgabe
|
|
Werbeanzeigen
|
|
aufzugeben
|
|
interessierten
|
|
Kunden
|
|
Reisen
|
|
verkaufen
|
|
.
|
|
sollte
|
|
Reisen
|
|
erstellen
|
|
Kunden
|
|
versenden
|
|
.
|
|
Rechnungen
|
|
Umsetzung
|
|
Vorhabens
|
|
nahm
|
|
Kontakt
|
|
Mitarbeitern
|
|
Zeitungsverlagen
|
|
bewirkte
|
|
Fällen
|
|
Veröffentlichung
|
|
Werbeanzeigen
|
|
Preis
|
|
insgesamt
|
|
€
|
|
Fälle
|
|
Urteilsgründe
|
|
.
|
|
gelang
|
|
ferner
|
|
Fällen
|
|
Reiseinteressenten
|
|
Werbeanzeigen
|
|
telefonisch
|
|
Verbindung
|
|
gesetzt
|
|
Reisen
|
|
gebucht
|
|
hatten
|
|
veranlassen
|
|
Reisepreis
|
|
zahlen
|
|
zwar
|
|
insgesamt
|
|
Höhe
|
|
€
|
|
Fälle
|
|
Urteilsgründe
|
|
.
|
|
gab
|
|
abweichend
|
|
getroffenen
|
|
Absprache
|
|
Fällen
|
|
betreffenden
|
|
Rechnungen
|
|
Geschäftskonto
|
|
"
|
|
-Reisen
|
|
"
|
|
bank
|
|
eigenes
|
|
Konto
|
|
Fälle
|
|
14
|
|
Urteilsgründe
|
|
.
|
|
Konto
|
|
überwiesenen
|
|
Beträge
|
|
Höhe
|
|
insgesamt
|
|
€
|
|
behielt
|
|
.
|
|
hob
|
|
ebenfalls
|
|
Abrede
|
|
mehrfach
|
|
Geld
|
|
Geschäftskonto
|
|
eingegangen
|
|
war
|
|
Bankschalter
|
|
bar
|
|
Vorlage
|
|
Ausweispapiere
|
|
Kontoinhaber
|
|
auswies
|
|
.
|
|
2
|
|
.
|
|
Schuldsprüche
|
|
halten
|
|
rechtlicher
|
|
Überprüfung
|
|
Hinsicht
|
|
stand
|
|
.
|
|
Feststellungen
|
|
tragen
|
|
Verurteilung
|
|
Angeklagten
|
|
gewerbsmäßigen
|
|
Bandenbetrugs
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
StGB
|
|
Fällen
|
|
Urteilsgründe
|
|
insoweit
|
|
Bandentaten
|
|
allein
|
|
Angeklagten
|
|
zurechenbare
|
|
Taten
|
|
handelte
|
|
.
|
|
Annahme
|
|
Bandenbetrugs
|
|
setzt
|
|
Bandenabrede
|
|
mindestens
|
|
Personen
|
|
Täter
|
|
Betrug
|
|
gerade
|
|
Mitglied
|
|
Bande
|
|
begeht
|
|
.
|
|
einzelne
|
|
Tat
|
|
muss
|
|
Ausfluss
|
|
Bandenabrede
|
|
sein
|
|
darf
|
|
losgelöst
|
|
ausschließlich
|
|
eigenen
|
|
Interesse
|
|
jeweils
|
|
unmittelbar
|
|
Beteiligten
|
|
ausgeführt
|
|
werden
|
|
vgl.
|
|
Beschlüsse
|
|
17
|
|
.
|
|
Januar
|
|
NStZ
|
|
;
|
|
1
|
|
.
|
|
Februar
|
|
411
|
|
;
|
|
Urteil
|
|
22
|
|
.
|
|
März
|
|
NStZ
|
|
.
|
|
konkreter
|
|
Bezug
|
|
Tat
|
|
vorangegangenen
|
|
Bandenabrede
|
|
lag
|
|
Fällen
|
|
14
|
|
Urteilsgründe
|
|
.
|
|
Vorgehensweise
|
|
Angeklagten
|
|
wich
|
|
Fällen
|
|
derart
|
|
gemeinsamen
|
|
Tatplan
|
|
betreffenden
|
|
Taten
|
|
mehr
|
|
Ausfluss
|
|
Bandenabrede
|
|
angesehen
|
|
werden
|
|
können
|
|
.
|
|
dienten
|
|
vielmehr
|
|
losgelöst
|
|
ausschließlich
|
|
eigenen
|
|
Interesse
|
|
;
|
|
getroffenen
|
|
Abrede
|
|
gab
|
|
Rechnungen
|
|
Geschäftskonto
|
|
-Reisen
|
|
genes
|
|
Konto
|
|
so
|
|
eingezahlten
|
|
Gelder
|
|
vornherein
|
|
Zugriff
|
|
anderen
|
|
Bandenmitglieder
|
|
entzogen
|
|
waren
|
|
.
|
|
Landgericht
|
|
genaueren
|
|
Feststellungen
|
|
gemeinsamen
|
|
Tatplan
|
|
vorgesehene
|
|
Aufteilung
|
|
Reiseinteressenten
|
|
überwiesenen
|
|
Beträge
|
|
getroffen
|
|
hat
|
|
so
|
|
stand
|
|
doch
|
|
jedenfalls
|
|
Kunden
|
|
Reisepreis
|
|
Zweck
|
|
eingerichtete
|
|
Geschäftskonto
|
|
bank
|
|
einzahlen
|
|
sollten
|
|
U.
|
|
Bandenchef
|
|
Bankkarte
|
|
alleinigen
|
|
Zugriff
|
|
haben
|
|
sollte
|
|
;
|
|
keinesfalls
|
|
sollte
|
|
hingegen
|
|
Überweisungen
|
|
eigenes
|
|
Konto
|
|
abzweigen
|
|
.
|
|
stellt
|
|
Vorliegen
|
|
Bandentaten
|
|
Frage
|
|
Fällen
|
|
abweichend
|
|
gemeinsamen
|
|
Tatplan
|
|
genmächtig
|
|
Barabhebungen
|
|
Geschäftskonto
|
|
vornahm
|
|
betreffenden
|
|
Beträge
|
|
ebenfalls
|
|
behalten
|
|
.
|
|
Insbesondere
|
|
ist
|
|
Revision
|
|
Angeklagten
|
|
vertretenen
|
|
Auffassung
|
|
"
|
|
Aufkündigung
|
|
"
|
|
Bandenabrede
|
|
sehen
|
|
.
|
|
insoweit
|
|
hatte
|
|
Taten
|
|
gemeinsamen
|
|
Tatplan
|
|
begangen
|
|
.
|
|
hatte
|
|
Reiseinteressenten
|
|
veranlasst
|
|
Reisepreis
|
|
Konto
|
|
bank
|
|
überweisen
|
|
so
|
|
Bankkarte
|
|
zugreifen
|
|
konnte
|
|
.
|
|
anschließenden
|
|
eigenmächtigen
|
|
Barabhebungen
|
|
hat
|
|
anderen
|
|
Bandenmitglieder
|
|
lediglich
|
|
Gelegenheit
|
|
begangenen
|
|
Bandentaten
|
|
eigennützig
|
|
hintergangen
|
|
.
|
|
Fällen
|
|
14
|
|
Urteilsgründe
|
|
kommt
|
|
Verurteilung
|
|
Angeklagten
|
|
nur
|
|
Betrugs
|
|
Betracht
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
Nr.
|
|
Alternative
|
|
StGB
|
|
.
|
|
Senat
|
|
hat
|
|
Schuldspruch
|
|
Revision
|
|
Angeklagten
|
|
entsprechend
|
|
geändert
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
analog
|
|
.
|
|
Annahme
|
|
Landgerichts
|
|
Angeklagte
|
|
len
|
|
Verurteilung
|
|
zugrunde
|
|
liegenden
|
|
Taten
|
|
gewerbsmäßig
|
|
handelte
|
|
ist
|
|
Rechtsgründen
|
|
beanstanden
|
|
.
|
|
gilt
|
|
Ergebnis
|
|
auch
|
|
Hinblick
|
|
Fälle
|
|
Urteilsgründe
|
|
.
|
|
Fällen
|
|
ergibt
|
|
Gewerbsmäßigkeit
|
|
Ansicht
|
|
Strafkammer
|
|
jedoch
|
|
gleichermaßen
|
|
Aufwendungen
|
|
ersparte
|
|
Kosten
|
|
Zeitungsanzeigen
|
|
beglichen
|
|
wurden
|
|
.
|
|
folgt
|
|
vielmehr
|
|
engen
|
|
Zusammenhang
|
|
Nachteil
|
|
Zeitungsverlage
|
|
Nachteil
|
|
Reiseinteressenten
|
|
begangenen
|
|
Betrugstaten
|
|
.
|
|
Gewerbsmäßig
|
|
handelt
|
|
wiederholter
|
|
Tatbegehung
|
|
nur
|
|
vorübergehende
|
|
ganz
|
|
unerhebliche
|
|
Einnahmequelle
|
|
verschaffen
|
|
will
|
|
.
|
|
.
|
|
;
|
|
vgl.
|
|
etwa
|
|
Beschluss
|
|
23
|
|
Juli
|
|
NStZ-RR
|
|
.
|
|
genügt
|
|
insoweit
|
|
Taten
|
|
mittelbar
|
|
Einnahmequelle
|
|
dienen
|
|
Urteile
|
|
24
|
|
.
|
|
Februar
|
|
;
|
|
1
|
|
Juli
|
|
NStZ
|
|
623
|
|
;
|
|
Beschluss
|
|
17
|
|
.
|
|
September
|
|
StGB
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Nr.
|
|
Gewerbsmäßig
|
|
1
|
|
;
|
|
Urteil
|
|
21
|
|
.
|
|
Juni
|
|
juris
|
|
.
|
|
.
|
|
So
|
|
verhielt
|
|
Fällen
|
|
Urteilsgründe
|
|
.
|
|
Nachteil
|
|
Zeitungsverlage
|
|
begangenen
|
|
Betrugstaten
|
|
dienten
|
|
Angeklagten
|
|
gerade
|
|
Reiseinteressenten
|
|
gewinnen
|
|
betrügerisch
|
|
Geldzahlungen
|
|
veranlassen
|
|
.
|
|
Bezug
|
|
Angeklagten
|
|
insoweit
|
|
gleichermaßen
|
|
betroffenen
|
|
revidierenden
|
|
Angeklagten
|
|
tragen
|
|
Feststellungen
|
|
Schuldspruch
|
|
zweier
|
|
selbständiger
|
|
Taten
|
|
§
|
|
StGB
|
|
gewerbsmäßigen
|
|
Bandenbetrugs
|
|
.
|
|
Landgericht
|
|
ist
|
|
zutreffend
|
|
ausgegangen
|
|
Tatbeiträge
|
|
Angeklagten
|
|
Grundsätzen
|
|
sog.
|
|
uneigentlichen
|
|
Organisationsdelikts
|
|
vgl.
|
|
Beschluss
|
|
23
|
|
Juli
|
|
NStZ-RR
|
|
f.
|
|
einheitliche
|
|
Tat
|
|
Sinne
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
StGB
|
|
zusammenzufassen
|
|
sind
|
|
erschöpften
|
|
Aufbau
|
|
Aufrechterhaltung
|
|
fiktiven
|
|
Reisebüros
|
|
mitzuwirken
|
|
.
|
|
Fehl
|
|
geht
|
|
indes
|
|
Annahme
|
|
Strafkammer
|
|
Bezug
|
|
jeweils
|
|
Taten
|
|
auszugehen
|
|
sei
|
|
Tatentschluss
|
|
"
|
|
Täuschung
|
|
Zeitungsverlage
|
|
Täuschung
|
|
Reiseinteressenten
|
|
"
|
|
erstreckt
|
|
habe
|
|
S.
|
|
.
|
|
Gesichtspunkt
|
|
trägt
|
|
Annahme
|
|
zweier
|
|
materiell-rechtlich
|
|
selbständiger
|
|
Taten
|
|
.
|
|
organisatorischen
|
|
Tatbeiträge
|
|
ten
|
|
Realisierung
|
|
einheitlichen
|
|
Tatplans
|
|
Betrügereien
|
|
Nachteil
|
|
Zeitungsverlage
|
|
auch
|
|
Nachteil
|
|
Reiseinteressenten
|
|
umfasste
|
|
.
|
|
Tatentschluss
|
|
unterschiedliche
|
|
Betrugsmodalitäten
|
|
gerichtet
|
|
war
|
|
ändert
|
|
.
|
|
liegt
|
|
Angeklagten
|
|
jeweils
|
|
nur
|
|
Tat
|
|
§
|
|
StGB
|
|
gewerbsmäßigen
|
|
begangen
|
|
tateinheitlichen
|
|
Fällen
|
|
.
|
|
Vorliegen
|
|
nur
|
|
-9-
|
|
Tat
|
|
materiell-rechtlichen
|
|
Sinne
|
|
steht
|
|
Annahme
|
|
gewerbsmäßigen
|
|
Handelns
|
|
vgl.
|
|
Urteil
|
|
17
|
|
.
|
|
Juni
|
|
NStZ-RR
|
|
.
|
|
Revision
|
|
Angeklagten
|
|
hat
|
|
Senat
|
|
Schuldspruch
|
|
auch
|
|
insoweit
|
|
entsprechender
|
|
wendung
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
geändert
|
|
Entscheidung
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
Angeklagten
|
|
erstreckt
|
|
.
|
|
3
|
|
.
|
|
Rechtsfolgenaussprüche
|
|
haben
|
|
weitgehend
|
|
Bestand
|
|
:
|
|
Angeklagten
|
|
betreffende
|
|
Strafausspruch
|
|
entfällt
|
|
geachtet
|
|
Schuldspruchänderung
|
|
bedingten
|
|
Wegfalls
|
|
Fällen
|
|
14
|
|
Urteilsgründe
|
|
verhängten
|
|
Einzelstrafen
|
|
Gesamtstrafe
|
|
insgesamt
|
|
Strafkammer
|
|
geprüft
|
|
hat
|
|
Bezug
|
|
Angeklagten
|
|
Milderung
|
|
Strafrahmens
|
|
Anwendung
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
Nr.
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
StGB
|
|
Tatzeit
|
|
geltenden
|
|
Fassung
|
|
Betracht
|
|
kommt
|
|
.
|
|
Feststellungen
|
|
hatte
|
|
Aufklärung
|
|
schen
|
|
Menschenraubes
|
|
§
|
|
StGB
|
|
anderer
|
|
Straftaten
|
|
beigetragen
|
|
Januar
|
|
Nachteil
|
|
begangen
|
|
hatten
|
|
.
|
|
halb
|
|
eröffnet
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
Nr.
|
|
StGB
|
|
Tatzeit
|
|
geltenden
|
|
Angeklagten
|
|
günstigeren
|
|
Fassung
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
StGB
|
|
Strafmilderung
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
StGB
|
|
.
|
|
maßgebliche
|
|
Fassung
|
|
Vorschrift
|
|
setzt
|
|
Zusammenhang
|
|
offenbarten
|
|
"
|
|
Kronzeugen
|
|
"
|
|
verübten
|
|
Tat
|
|
besteht
|
|
.
|
|
reicht
|
|
vielmehr
|
|
Aufklärungshilfe
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
aufgeführten
|
|
Taten
|
|
leistet
|
|
.
|
|
Schließlich
|
|
steht
|
|
Anwendbarkeit
|
|
Vorschrift
|
|
auch
|
|
Angeklagten
|
|
Tatopfer
|
|
handelte
|
|
vgl.
|
|
Beschluss
|
|
19
|
|
.
|
|
Mai
|
|
BGHSt
|
|
.
|
|
Strafausspruch
|
|
zugrunde
|
|
liegenden
|
|
Feststellungen
|
|
können
|
|
bestehen
|
|
bleiben
|
|
Rechtsfehler
|
|
berührt
|
|
werden
|
|
.
|
|
Angeklagten
|
|
hat
|
|
änderung
|
|
Aufhebung
|
|
verhängten
|
|
Gesamtstrafen
|
|
Folge
|
|
.
|
|
Auch
|
|
insoweit
|
|
können
|
|
Strafausspruch
|
|
zugrunde
|
|
liegenden
|
|
Feststellungen
|
|
indes
|
|
bestehen
|
|
bleiben
|
|
.
|
|
Schließlich
|
|
führen
|
|
Revisionen
|
|
Angeklagten
|
|
Aufhebung
|
|
betreffenden
|
|
Entscheidungen
|
|
Absehen
|
|
Verfallsanordnung
|
|
§
|
|
111i
|
|
Abs.
|
|
insoweit
|
|
zugehörigen
|
|
Feststellungen
|
|
.
|
|
Strafkammer
|
|
hat
|
|
Bezug
|
|
Angeklagten
|
|
unterlassen
|
|
Härtevorschrift
|
|
§
|
|
StGB
|
|
prüfen
|
|
.
|
|
ist
|
|
auch
|
|
Rahmen
|
|
Entscheidung
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
berücksichtigen
|
|
Urteil
|
|
28
|
|
.
|
|
Oktober
|
|
BGHSt
|
|
.
|
|
Prüfung
|
|
war
|
|
hier
|
|
Generalbundesanwalt
|
|
Antragsschrift
|
|
vertretenen
|
|
Auffassung
|
|
Anbetracht
|
|
bislang
|
|
wirtschaftlichen
|
|
Verhältnissen
|
|
Angeklagten
|
|
getroffenen
|
|
Feststellungen
|
|
auch
|
|
entbehrlich
|
|
.
|
|
Senat
|
|
hat
|
|
Entscheidung
|
|
auch
|
|
insoweit
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
Angeklagten
|
|
erstreckt
|
|
Rechtsfehler
|
|
gleichermaßen
|
|
betroffen
|
|
ist
|
|
.
|
|
steht
|
|
Frage
|
|
unbilligen
|
|
Härte
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
StGB
|
|
Ermessensentscheidung
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
StGB
|
|
Anordnung
|
|
Verfalls
|
|
abzusehen
|
|
ist
|
|
individuellen
|
|
Erwägungen
|
|
beruht
|
|
Beantwortung
|
|
ganz
|
|
wesentlich
|
|
persönlichen
|
|
Verhältnissen
|
|
jeweils
|
|
Betroffenen
|
|
abhängt
|
|
Beschluss
|
|
10
|
|
.
|
|
Januar
|
|
NStZ
|
|
.
|
|
Rechtsfehler
|
|
liegt
|
|
hier
|
|
schon
|
|
Strafkammer
|
|
Vorschrift
|
|
StGB
|
|
Rahmen
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
treffenden
|
|
Entscheidung
|
|
ersichtlich
|
|
Bedeutung
|
|
beigemessen
|
|
hat
|
|
vgl.
|
|
Urteil
|
|
28
|
|
.
|
|
Oktober
|
|
BGHSt
|
|
.
|
|
Aufhebung
|
|
Angeklagten
|
|
Entscheidungen
|
|
Absehen
|
|
Verfallsanordnung
|
|
111i
|
|
Abs.
|
|
hat
|
|
Folge
|
|
auch
|
|
Feststellungen
|
|
Angeklagten
|
|
Tat
|
|
Erlangte
|
|
entfallen
|
|
.
|
|
Insoweit
|
|
weist
|
|
Senat
|
|
Hinblick
|
|
neue
|
|
Hauptverhandlung
|
|
Folgendes
|
|
:
|
|
Begriff
|
|
"
|
|
Erlangten
|
|
"
|
|
Sinne
|
|
§
|
|
111i
|
|
Abs.
|
|
ist
|
|
Sinne
|
|
verstehen
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
§
|
|
Satz
|
|
StGB
|
|
Urteil
|
|
28
|
|
.
|
|
Oktober
|
|
BGHSt
|
|
.
|
|
ist
|
|
Vermögenswert
|
|
Tat
|
|
erlangt
|
|
Begünstigten
|
|
unmittelbar
|
|
Verwirklichung
|
|
Tatbestandes
|
|
Phase
|
|
zugeflossen
|
|
ist
|
|
also
|
|
unmittelbar
|
|
Tat
|
|
tatsächliche
|
|
notwendig
|
|
rechtliche
|
|
Verfügungsmacht
|
|
gewonnen
|
|
Vermögenszuwachs
|
|
erzielt
|
|
hat
|
|
.
|
|
Tatbeteiligten
|
|
genügt
|
|
insofern
|
|
zumindest
|
|
faktische
|
|
wirtschaftliche
|
|
Mitverfügungsmacht
|
|
Vermögensgegenstand
|
|
erlangt
|
|
haben
|
|
Urteil
|
|
28
|
|
.
|
|
Oktober
|
|
BGHSt
|
|
f.
|
|
.
|
|
Vermögensvorteil
|
|
kann
|
|
auch
|
|
ersparten
|
|
Aufwendungen
|
|
bestehen
|
|
Beschlüsse
|
|
13
|
|
Juli
|
|
;
|
|
28
|
|
.
|
|
Juni
|
|
.
|
|
Dementsprechend
|
|
hat
|
|
Strafkammer
|
|
Feststellung
|
|
Erlangten
|
|
Hinblick
|
|
Angeklagten
|
|
Angeklagten
|
|
auch
|
|
Recht
|
|
ersparten
|
|
Aufwendungen
|
|
Fällen
|
|
Urteilsgründe
|
|
Höhe
|
|
insgesamt
|
|
€
|
|
berücksichtigt
|
|
.
|
|
ist
|
|
ferner
|
|
zutreffend
|
|
ausgegangen
|
|
Angeklagte
|
|
Fällen
|
|
gründe
|
|
Geschäftskonto
|
|
überwiesenen
|
|
Beträge
|
|
Höhe
|
|
insgesamt
|
|
Angeklagte
|
|
überdies
|
|
Fällen
|
|
14
|
|
Urteilsgründe
|
|
Reiseinteressenten
|
|
gezahlten
|
|
Beträge
|
|
Höhe
|
|
insgesamt
|
|
€
|
|
erlangt
|
|
hat
|
|
.
|
|
eigenes
|
|
Konto
|
|
auch
|
|
Geschäftskonto
|
|
hatte
|
|
nur
|
|
ebenso
|
|
-Reisen
|
|
"
|
|
Zugriff
|
|
inhaber
|
|
Vorlage
|
|
Ausweispapiere
|
|
Barabhebungen
|
|
vornehmen
|
|
konnte
|
|
.
|
|
Strafkammer
|
|
insgesamt
|
|
zutreffend
|
|
Angeklagten
|
|
Erlangte
|
|
€
|
|
Angeklagten
|
|
Erlangte
|
|
€
|
|
bemessen
|
|
hat
|
|
hält
|
|
Feststellung
|
|
Angeklagten
|
|
Erlangten
|
|
rechtlicher
|
|
Überprüfung
|
|
stand
|
|
Landgericht
|
|
insoweit
|
|
auch
|
|
Fällen
|
|
Urteilsgründe
|
|
Geschäftskonto
|
|
überwiesenen
|
|
Beträge
|
|
Höhe
|
|
insgesamt
|
|
€
|
|
berücksichtigt
|
|
hat
|
|
.
|
|
hat
|
|
stellungen
|
|
Zeitpunkt
|
|
tatsächliche
|
|
Verfügungsmacht
|
|
Gelder
|
|
erlangt
|
|
.
|
|
war
|
|
anders
|
|
U.
|
|
Besitz
|
|
betreffenden
|
|
Bankkarte
|
|
noch
|
|
konnte
|
|
Gegensatz
|
|
Vorlage
|
|
Ausweispapiere
|
|
Barabhebungen
|
|
Konto
|
|
vornehmen
|
|
Kontoinhaber
|
|
war
|
|
.
|
|
neue
|
|
Hauptverhandlung
|
|
erneut
|
|
Entscheidungen
|
|
Absehen
|
|
Verfallsanordnungen
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
111i
|
|
Abs.
|
|
führt
|
|
wird
|
|
Urteilsgründen
|
|
deutlicher
|
|
bisher
|
|
Ausdruck
|
|
bringen
|
|
sein
|
|
Angeklagten
|
|
Bezug
|
|
jeweils
|
|
langte
|
|
Gesamtschuldner
|
|
haften
|
|
vgl.
|
|
Urteil
|
|
28
|
|
.
|
|
Oktober
|
|
BGHSt
|
|
.
|
|
Jedenfalls
|
|
Fällen
|
|
Urteilsgründe
|
|
ersparten
|
|
Aufwendungen
|
|
kommt
|
|
nur
|
|
gesamtschuldnerische
|
|
Haftung
|
|
Angeklagten
|
|
Betracht
|
|
.
|
|
Berg
|