BESCHLUSS
|
|
9
|
|
.
|
|
April
|
|
Strafsache
|
|
versuchten
|
|
Totschlags
|
|
u.a.
|
|
5
|
|
.
|
|
Strafsenat
|
|
Bundesgerichtshofs
|
|
hat
|
|
9
|
|
.
|
|
April
|
|
beschlossen
|
|
:
|
|
1
|
|
.
|
|
Revision
|
|
Angeklagten
|
|
wird
|
|
Urteil
|
|
Landgerichts
|
|
1
|
|
November
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Feststellungen
|
|
aufgehoben
|
|
.
|
|
2
|
|
.
|
|
Sache
|
|
wird
|
|
neuer
|
|
Verhandlung
|
|
Entscheidung
|
|
auch
|
|
Kosten
|
|
Rechtsmittels
|
|
andere
|
|
Strafkammer
|
|
Landgerichts
|
|
zurückverwiesen
|
|
.
|
|
Landgericht
|
|
hat
|
|
Angeklagten
|
|
versuchten
|
|
Totschlags
|
|
Fällen
|
|
Fällen
|
|
Tateinheit
|
|
gefährlicher
|
|
Körperverletzung
|
|
Gesamtfreiheitsstrafe
|
|
Jahren
|
|
verurteilt
|
|
.
|
|
Revision
|
|
Angeklagten
|
|
hat
|
|
Sachrüge
|
|
Erfolg
|
|
.
|
|
Annahme
|
|
Landgerichts
|
|
Angeklagte
|
|
sei
|
|
Begehung
|
|
Taten
|
|
zumal
|
|
uneingeschränkt
|
|
schuldfähig
|
|
gewesen
|
|
hält
|
|
sachlichrechtlicher
|
|
Nachprüfung
|
|
stand
|
|
.
|
|
1
|
|
.
|
|
stark
|
|
sehbehinderte
|
|
Angeklagte
|
|
leidet
|
|
Gutachten
|
|
psychiatrischen
|
|
Sachverständigen
|
|
paranoidhalluzinatorischen
|
|
Psychose
|
|
episodischem
|
|
Verlauf
|
|
Wahnsymptomatik
|
|
.
|
|
erste
|
|
Manifestation
|
|
psychischen
|
|
Erkrankung
|
|
Tatzeit
|
|
37jährigen
|
|
Angeklagten
|
|
bindungslos
|
|
lebt
|
|
früher
|
|
Betäubungsmittelmißbrauch
|
|
betrieben
|
|
hat
|
|
zuletzt
|
|
nichtseßhaft
|
|
war
|
|
Sozialhilfe
|
|
sonstige
|
|
bekannte
|
|
Einkünfte
|
|
bezog
|
|
ist
|
|
Zeit
|
|
letzten
|
|
Strafverbüßung
|
|
Jahre
|
|
gesichert
|
|
.
|
|
Schwurgericht
|
|
hat
|
|
konkrete
|
|
Wahnvorstellungen
|
|
Angeklagten
|
|
festgestellt
|
|
.
|
|
So
|
|
hätten
|
|
Ärzte
|
|
Mitteln
|
|
eingewirkt
|
|
;
|
|
habe
|
|
Verdunkelung
|
|
Haut
|
|
massiven
|
|
Sehschwäche
|
|
Erkrankungen
|
|
Jugendzeit
|
|
geführt
|
|
.
|
|
habe
|
|
Kinder
|
|
Leuten
|
|
Sumpf
|
|
gebracht
|
|
worden
|
|
seien
|
|
.
|
|
letzten
|
|
Haft
|
|
hatte
|
|
Angeklagte
|
|
akustische
|
|
Halluzinationen
|
|
;
|
|
litt
|
|
Vergiftungsangst
|
|
.
|
|
Tat
|
|
hat
|
|
Schwurgericht
|
|
folgendes
|
|
festgestellt
|
|
:
|
|
frühen
|
|
Morgen
|
|
9
|
|
.
|
|
April
|
|
wärmte
|
|
Angeklagte
|
|
Schuhe
|
|
Strümpfe
|
|
besaß
|
|
Nacht
|
|
häufig
|
|
Freien
|
|
verbracht
|
|
hatte
|
|
fahrenden
|
|
U-Bahn
|
|
.
|
|
uniformierter
|
|
Schaffner
|
|
Kontrolldienst
|
|
aufforderte
|
|
Füße
|
|
gegenüberliegenden
|
|
Sitzbank
|
|
nehmen
|
|
reagierte
|
|
Angeklagte
|
|
indes
|
|
Geschehen
|
|
realitätsverkennend
|
|
bedrohlich
|
|
auffaßte
|
|
zunächst
|
|
.
|
|
Kontrolleur
|
|
zweiten
|
|
vergeblichen
|
|
Aufforderung
|
|
ankündigte
|
|
Mobiltelefon
|
|
Ordnungsdienst
|
|
Polizei
|
|
alarmieren
|
|
sprang
|
|
Angeklagte
|
|
stieß
|
|
Schrei
|
|
versetzte
|
|
Kontrolleur
|
|
mitgeführten
|
|
Messer
|
|
wuchtigen
|
|
Stich
|
|
Rücken
|
|
.
|
|
Opfer
|
|
sackte
|
|
verletzt
|
|
Boden
|
|
.
|
|
Angeklagte
|
|
wandte
|
|
fahrenden
|
|
Zug
|
|
weiteren
|
|
Schaffner
|
|
zielte
|
|
Messer
|
|
linke
|
|
Brust
|
|
.
|
|
Stich
|
|
wurde
|
|
Flasche
|
|
Mann
|
|
Innentasche
|
|
Uniformjacke
|
|
trug
|
|
aufgefangen
|
|
.
|
|
Nunmehr
|
|
griff
|
|
Angeklagte
|
|
uniformierte
|
|
Schaffnerin
|
|
.
|
|
zielte
|
|
Messer
|
|
Unterkörper
|
|
;
|
|
konnte
|
|
Stich
|
|
Tasche
|
|
abfangen
|
|
.
|
|
Unmittelbar
|
|
brachte
|
|
Angeklagte
|
|
längere
|
|
sofort
|
|
blutende
|
|
Schnittverletzung
|
|
linken
|
|
Halsseite
|
|
.
|
|
Schwurgericht
|
|
ist
|
|
überzeugt
|
|
Angeklagte
|
|
Messerattacken
|
|
direktem
|
|
Tötungsvorsatz
|
|
handelte
|
|
.
|
|
Weitere
|
|
U-Bahn-Insassen
|
|
griff
|
|
Angeklagte
|
|
.
|
|
verhielt
|
|
U-Bahn-Waggon
|
|
weiteren
|
|
Fahrt
|
|
hektisch
|
|
entfernte
|
|
nächsten
|
|
Bahnhof
|
|
jedoch
|
|
ruhigen
|
|
Schrittes
|
|
warf
|
|
Messer
|
|
später
|
|
gefunden
|
|
wurde
|
|
weg
|
|
fiel
|
|
aber
|
|
verwirrt
|
|
wirkendes
|
|
Erscheinungsbild
|
|
Passanten
|
|
verfolgte
|
|
Festnahme
|
|
veranlassen
|
|
konnte
|
|
.
|
|
Angeklagte
|
|
ließ
|
|
widerstandslos
|
|
festnehmen
|
|
brabbelte
|
|
jedoch
|
|
hin
|
|
wirkte
|
|
weiterhin
|
|
irgendwie
|
|
verwirrt
|
|
wurde
|
|
Polizeibeamten
|
|
indes
|
|
Sehschwäche
|
|
registrierten
|
|
Blutentnahmearzt
|
|
Unrecht
|
|
stark
|
|
alkoholisiert
|
|
gehalten
|
|
.
|
|
Vernehmungen
|
|
verhielt
|
|
unwillig
|
|
;
|
|
wirkte
|
|
gestört
|
|
.
|
|
Psychiaterin
|
|
explorierte
|
|
freilich
|
|
Hinweise
|
|
rende
|
|
psychische
|
|
Erkrankung
|
|
diagnostizierte
|
|
beschimpfte
|
|
sexuellem
|
|
Hintergrund
|
|
berichtete
|
|
Kindern
|
|
Puff
|
|
beklagte
|
|
Ärzte
|
|
Festnahme
|
|
Flüssigkeit
|
|
überschüttet
|
|
hätten
|
|
.
|
|
Hauptverhandlung
|
|
bezeichnete
|
|
Angeklagte
|
|
Untersuchungshaft
|
|
psychiatrischen
|
|
Abteilung
|
|
Justizvollzugsanstalt
|
|
untergebracht
|
|
ist
|
|
dort
|
|
medikamentös
|
|
behandelt
|
|
wird
|
|
Tatzeit
|
|
stark
|
|
berauscht
|
|
objektiv
|
|
widerlegt
|
|
ist
|
|
.
|
|
gab
|
|
harmlosen
|
|
Messer
|
|
Schläge
|
|
gewehrt
|
|
habe
|
|
auch
|
|
Polizei
|
|
geschlagen
|
|
worden
|
|
sei
|
|
;
|
|
auch
|
|
Schuhe
|
|
seien
|
|
weggenommen
|
|
worden
|
|
;
|
|
Tag
|
|
passiere
|
|
Vorfall
|
|
.
|
|
2
|
|
.
|
|
Hintergrund
|
|
Feststellungen
|
|
Person
|
|
Angeklagten
|
|
Nachtatverhalten
|
|
ist
|
|
Befund
|
|
Angeklagte
|
|
habe
|
|
Taten
|
|
Unrechtseinsicht
|
|
ungetrübtem
|
|
Steuerungsvermögen
|
|
begangen
|
|
nachvollziehbar
|
|
Übereinstimmung
|
|
Beurteilung
|
|
psychiatrischen
|
|
Sachverständigen
|
|
steht
|
|
.
|
|
Allein
|
|
Feststellungen
|
|
Angeklagten
|
|
vorhandenen
|
|
krankheitsbedingten
|
|
Wahnvorstellungen
|
|
machen
|
|
Annahme
|
|
Ausschlusses
|
|
mindestens
|
|
aber
|
|
erheblichen
|
|
Verminderung
|
|
Schuldfähigkeit
|
|
wahrscheinlich
|
|
vgl.
|
|
StGB
|
|
Psychose
|
|
.
|
|
kommt
|
|
Schwurgericht
|
|
wahnhaftes
|
|
Erleben
|
|
Angeklagten
|
|
Taten
|
|
vorangegangenen
|
|
Phase
|
|
selbst
|
|
wahrscheinlich
|
|
erachtet
|
|
S.
|
|
.
|
|
Taten
|
|
stellten
|
|
zumal
|
|
Schwurgericht
|
|
meint
|
|
direktem
|
|
Tötungsvorsatz
|
|
begangen
|
|
wurden
|
|
objektiv
|
|
gänzlich
|
|
unverständliche
|
|
Überreaktion
|
|
belästigend
|
|
kränkend
|
|
empfundenes
|
|
eben
|
|
wahnhaft
|
|
gefährdend
|
|
angesehenes
|
|
Verhalten
|
|
ersten
|
|
Opfers
|
|
;
|
|
noch
|
|
weniger
|
|
objektiv
|
|
nachvollziehbar
|
|
sind
|
|
Attacken
|
|
weiteren
|
|
Opfer
|
|
.
|
|
psychiatrische
|
|
Sachverständige
|
|
hat
|
|
ausgeführt
|
|
erfahrungsgemäß
|
|
ersten
|
|
etwa
|
|
Jahre
|
|
Tatbegehung
|
|
festgestellten
|
|
Aufflammen
|
|
Wahnerkrankung
|
|
typischerweise
|
|
längere
|
|
beschwerdearme
|
|
Phase
|
|
folgt
|
|
;
|
|
ferner
|
|
sei
|
|
Umstand
|
|
bedeutsam
|
|
Angeklagte
|
|
letzten
|
|
Haftentlassung
|
|
Oktober
|
|
mehr
|
|
drastisch
|
|
aufgefallen
|
|
sei
|
|
.
|
|
läßt
|
|
Meinung
|
|
Sachverständigen
|
|
autistischen
|
|
Rückzug
|
|
Angeklagten
|
|
wahnhaft
|
|
gefärbte
|
|
Gedankenwelt
|
|
schließen
|
|
.
|
|
bietet
|
|
schon
|
|
tatsächlich
|
|
kaum
|
|
hinreichende
|
|
Grundlage
|
|
geeignet
|
|
wäre
|
|
Tatbegehung
|
|
erneut
|
|
Durchbruch
|
|
gelangtes
|
|
massives
|
|
Wahngeschehen
|
|
auszuschließen
|
|
.
|
|
gilt
|
|
umso
|
|
wenig
|
|
präziser
|
|
Feststellungen
|
|
aktuellen
|
|
Lebensbedingungen
|
|
Angeklagten
|
|
unmittelbar
|
|
Tatbegehung
|
|
.
|
|
Vielmehr
|
|
begründen
|
|
insbesondere
|
|
Begleitumstände
|
|
gewichtiges
|
|
Indiz
|
|
Tat
|
|
zusammenhängendes
|
|
Wahngeschehen
|
|
Schwurgericht
|
|
Handeln
|
|
Angeklagten
|
|
schwer
|
|
verständlich
|
|
vernünftig
|
|
situationsbezogen
|
|
bezeichnet
|
|
S.
|
|
ersichtlich
|
|
unterbewertet
|
|
wird
|
|
.
|
|
Verhalten
|
|
Konfrontation
|
|
Kontrolleuren
|
|
Beziehung
|
|
noch
|
|
differenzierte
|
|
Reaktionen
|
|
Verhaltensweisen
|
|
Tatzeit
|
|
vorhandene
|
|
Erkenntnis
|
|
Angeklagten
|
|
Taten
|
|
heit
|
|
Unrecht
|
|
angesehen
|
|
wurden
|
|
S.
|
|
sind
|
|
ebensowenig
|
|
zweifelhafte
|
|
ärztliche
|
|
Diagnosen
|
|
Festnahme
|
|
tragfähige
|
|
Beweisanzeichen
|
|
zumal
|
|
Schwurgericht
|
|
meint
|
|
umfassend
|
|
intakte
|
|
Steuerungsfähigkeit
|
|
vgl.
|
|
auch
|
|
Tröndle/Fischer
|
|
StGB
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
;
|
|
StGB
|
|
26
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
26
|
|
;
|
|
jeweils
|
|
w.
|
|
.
|
|
3
|
|
.
|
|
neue
|
|
Tatrichter
|
|
wird
|
|
Frage
|
|
Schuldfähigkeit
|
|
Angeklagten
|
|
erneut
|
|
prüfen
|
|
haben
|
|
naheliegend
|
|
Bemühen
|
|
nähere
|
|
Aufklärung
|
|
letzten
|
|
Lebensumstände
|
|
Konsultation
|
|
anderen
|
|
psychiatrischen
|
|
Sachverständigen
|
|
gegebenenfalls
|
|
auch
|
|
Anwendung
|
|
weitergehender
|
|
Untersuchungsmethoden
|
|
bislang
|
|
S.
|
|
erwägen
|
|
haben
|
|
wird
|
|
.
|
|
ist
|
|
neue
|
|
Tatrichter
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
StPO
|
|
Verschlechterungsverbot
|
|
gehindert
|
|
Unterbringung
|
|
Angeklagten
|
|
psychiatrischen
|
|
Krankenhaus
|
|
StGB
|
|
anzuordnen
|
|
.
|
|
erforderliche
|
|
dauerhafte
|
|
psychische
|
|
Defekt
|
|
ist
|
|
schon
|
|
bislang
|
|
festgestellt
|
|
worden
|
|
abweichende
|
|
Beurteilung
|
|
Kausalität
|
|
Taten
|
|
liegt
|
|
dargetan
|
|
außerordentlich
|
|
.
|
|
Aufrechterhaltung
|
|
Feststellungen
|
|
Tatgeschehen
|
|
erschien
|
|
schon
|
|
Blick
|
|
zweckmäßig
|
|
insoweit
|
|
Rückschlüsse
|
|
Zustand
|
|
Angeklagten
|
|
sorgfältige
|
|
umfassende
|
|
Aufklärung
|
|
unerläßlich
|
|
sein
|
|
wird
|
|
erneute
|
|
kritische
|
|
Überprüfung
|
|
Frage
|
|
Tötungsvorsatzes
|
|
einzuschließen
|
|
haben
|
|
wird
|
|
.
|
|
wird
|
|
neue
|
|
Tatrichter
|
|
Frage
|
|
Unterbringung
|
|
§
|
|
StGB
|
|
freilich
|
|
kaum
|
|
relevanten
|
|
Rücktritt
|
|
unbeendeten
|
|
Versuch
|
|
Fällen
|
|
insbesondere
|
|
aber
|
|
zweiten
|
|
Fall
|
|
bislang
|
|
chenden
|
|
Erwägungen
|
|
S.
|
|
f.
|
|
auch
|
|
Berücksichtigung
|
|
BGHSt
|
|
f.
|
|
;
|
|
f.
|
|
vgl.
|
|
auch
|
|
Tröndle/Fischer
|
|
aaO
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
15
|
|
w.
|
|
neu
|
|
überprüfen
|
|
haben
|
|
.
|
|
Brause
|