BESCHLUSS
|
|
20
|
|
November
|
|
Sicherungsverfahren
|
|
1
|
|
.
|
|
Strafsenat
|
|
Bundesgerichtshofs
|
|
hat
|
|
20
|
|
November
|
|
beschlossen
|
|
:
|
|
1
|
|
.
|
|
Revision
|
|
Beschuldigten
|
|
wird
|
|
Urteil
|
|
Landgerichts
|
|
5
|
|
Juli
|
|
aufgehoben
|
|
;
|
|
Feststellungen
|
|
äußeren
|
|
Sachverhalt
|
|
bleiben
|
|
jedoch
|
|
aufrechterhalten
|
|
;
|
|
insoweit
|
|
wird
|
|
Revision
|
|
verworfen
|
|
.
|
|
2
|
|
.
|
|
Umfang
|
|
Aufhebung
|
|
wird
|
|
Sache
|
|
neuer
|
|
Verhandlung
|
|
Entscheidung
|
|
auch
|
|
Kosten
|
|
Rechtsmittels
|
|
andere
|
|
Strafkammer
|
|
Landgerichts
|
|
zurückverwiesen
|
|
.
|
|
Gründe
|
|
:
|
|
Landgericht
|
|
hat
|
|
Unterbringung
|
|
Beschuldigten
|
|
psychiatrischen
|
|
Krankenhaus
|
|
angeordnet
|
|
Verfahren
|
|
tatmehrheitlich
|
|
begangene
|
|
Fälle
|
|
Betrugs
|
|
zugrunde
|
|
liegen
|
|
.
|
|
Unterbringungsanordnung
|
|
wendet
|
|
Beschuldigte
|
|
Revision
|
|
Aufhebung
|
|
angefochtenen
|
|
Entscheidung
|
|
führt
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
.
|
|
rechtsfehlerfrei
|
|
getroffenen
|
|
Feststellungen
|
|
äußeren
|
|
Sachverhalt
|
|
werden
|
|
jedoch
|
|
aufrechterhalten
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
.
|
|
1
|
|
.
|
|
Auszug
|
|
Bundeszentralregister
|
|
ist
|
|
Beschuldigte
|
|
Jahren
|
|
mehrfach
|
|
Vermögensdelikten
|
|
Geldstrafen
|
|
Freiheitsstrafe
|
|
Bewährung
|
|
verurteilt
|
|
worden
|
|
.
|
|
wurden
|
|
insgesamt
|
|
weitere
|
|
Ermittlungsverfahren
|
|
meist
|
|
Betrugstaten
|
|
auch
|
|
andere
|
|
Eigentumsdelikte
|
|
Sachbeschädigung
|
|
Hausfriedensbruch
|
|
Gegenstand
|
|
hatten
|
|
jeweils
|
|
Staatsanwaltschaft
|
|
Schuldunfähigkeit
|
|
eingestellt
|
|
.
|
|
Verfahrenseinstellungen
|
|
lag
|
|
Sachverständigengutachten
|
|
Beschuldigten
|
|
aufgehobene
|
|
Steuerungsfähigkeit
|
|
Zustandes
|
|
dauerhaften
|
|
Manie
|
|
attestiert
|
|
worden
|
|
war
|
|
.
|
|
2
|
|
.
|
|
angefochtenen
|
|
Entscheidung
|
|
lag
|
|
zugrunde
|
|
Beschuldigte
|
|
Zeitraum
|
|
1
|
|
.
|
|
Januar
|
|
6
|
|
.
|
|
September
|
|
verschiedene
|
|
EC-Bank-Karten
|
|
Kreditkarten
|
|
unterschiedlichen
|
|
Banken
|
|
ausstellen
|
|
ließ
|
|
Vielzahl
|
|
Fällen
|
|
durchführte
|
|
Dienstleistungen
|
|
Anspruch
|
|
nahm
|
|
.
|
|
Deckung
|
|
entsprechenden
|
|
Konten
|
|
wurden
|
|
jedoch
|
|
Zahlungen
|
|
erbracht
|
|
noch
|
|
Lastschriften
|
|
eingelöst
|
|
.
|
|
Insgesamt
|
|
wurden
|
|
Kreditkarten
|
|
Mal
|
|
eingesetzt
|
|
Servicegesellschaften
|
|
Deckung
|
|
Gesamtausfall
|
|
über
|
|
€
|
|
entstand
|
|
.
|
|
3
|
|
.
|
|
Beschuldigte
|
|
hat
|
|
entsprechenden
|
|
Verfügungen
|
|
eingeräumt
|
|
dahingehend
|
|
eingelassen
|
|
auch
|
|
Öfteren
|
|
Zahlungskarten
|
|
Geschäft
|
|
akzeptiert
|
|
teilweise
|
|
dann
|
|
Polizei
|
|
abgenommen
|
|
worden
|
|
seien
|
|
.
|
|
habe
|
|
dann
|
|
einfach
|
|
neue
|
|
Karten
|
|
beschafft
|
|
anderen
|
|
Banken
|
|
gegangen
|
|
sei
|
|
dort
|
|
Konto
|
|
eröffnet
|
|
habe
|
|
.
|
|
Karten
|
|
habe
|
|
zumeist
|
|
Geschäften
|
|
Bereich
|
|
Flughafens
|
|
setzt
|
|
dort
|
|
verwendeten
|
|
Karten
|
|
funktioniert
|
|
hätten
|
|
offenbar
|
|
weitere
|
|
Überprüfung
|
|
Guthaben
|
|
Karten
|
|
stattfand
|
|
.
|
|
Kreditkarten
|
|
habe
|
|
sog.
|
|
Prepaid-Karten
|
|
Anfangsguthaben
|
|
jeweils
|
|
€
|
|
gehandelt
|
|
.
|
|
Insoweit
|
|
sei
|
|
aufgesuchten
|
|
Geschäften
|
|
Überprüfung
|
|
vorhandenen
|
|
Restguthabens
|
|
Karten
|
|
anscheinend
|
|
möglich
|
|
gewesen
|
|
.
|
|
Übrigen
|
|
hat
|
|
Landgericht
|
|
festgestellt
|
|
Beschuldigte
|
|
teilweise
|
|
größere
|
|
Reisetätigkeit
|
|
entfaltete
|
|
jeweils
|
|
gewünschten
|
|
Warenartikel
|
|
gelangen
|
|
.
|
|
4
|
|
.
|
|
Feststellungen
|
|
leidet
|
|
Beschuldigte
|
|
Manie
|
|
psychotischen
|
|
Symptomen
|
|
Einsichtsfähigkeit
|
|
Taten
|
|
zwar
|
|
erhalten
|
|
war
|
|
aber
|
|
mehr
|
|
steuerungsfähig
|
|
Sinne
|
|
§
|
|
StGB
|
|
gewesen
|
|
sei
|
|
.
|
|
Darlegungen
|
|
Sachverständigen
|
|
Dr.
|
|
Strafkammer
|
|
folgt
|
|
weise
|
|
Beschuldigte
|
|
ausgeprägte
|
|
manische
|
|
Symptomatik
|
|
Ideenflucht
|
|
Weitschweifigkeit
|
|
paranoiden
|
|
Größenideen
|
|
.
|
|
Beschuldigte
|
|
sei
|
|
insgesamt
|
|
wenig
|
|
behandlungseinsichtig
|
|
Vergangenheit
|
|
große
|
|
Anzahl
|
|
Schreiben
|
|
Ärzte
|
|
Rechtsanwälte
|
|
Staatsanwaltschaft
|
|
aufgefallen
|
|
.
|
|
Allerdings
|
|
sei
|
|
Äußerungen
|
|
Beschuldigten
|
|
immer
|
|
noch
|
|
roter
|
|
Faden
|
|
"
|
|
festzustellen
|
|
schizophrenen
|
|
Patienten
|
|
meist
|
|
mehr
|
|
Fall
|
|
sei
|
|
sodass
|
|
affektive
|
|
Störung
|
|
nahe
|
|
liegend
|
|
sei
|
|
.
|
|
Übrigen
|
|
fielen
|
|
zwar
|
|
massive
|
|
Gewalt
|
|
wiesen
|
|
aber
|
|
erhebliche
|
|
Rezidivwerte
|
|
Vermögensdelikten
|
|
.
|
|
Fall
|
|
Beschuldigten
|
|
seien
|
|
weitere
|
|
gleichgelagerte
|
|
Taten
|
|
erwarten
|
|
.
|
|
Zwar
|
|
nehme
|
|
Beschuldigte
|
|
jetzt
|
|
Medikation
|
|
zuverlässig
|
|
jedoch
|
|
sei
|
|
äußerst
|
|
zweifelhaft
|
|
derzeitige
|
|
Behandlungsbereitschaft
|
|
Beschuldigten
|
|
Freiheit
|
|
anhalten
|
|
würde
|
|
.
|
|
Einschätzung
|
|
hat
|
|
Landgericht
|
|
angeschlossen
|
|
Unterbringung
|
|
Beschuldigten
|
|
§
|
|
StGB
|
|
angeordnet
|
|
.
|
|
Taten
|
|
habe
|
|
durchaus
|
|
gewichtige
|
|
Straftaten
|
|
gehandelt
|
|
zuletzt
|
|
Gesamtsumme
|
|
Schäden
|
|
folge
|
|
.
|
|
seien
|
|
Beschuldigten
|
|
auch
|
|
weiterhin
|
|
gleichgelagerte
|
|
erhebliche
|
|
rechtswidrige
|
|
Taten
|
|
erwarten
|
|
Allgemeinheit
|
|
gefährlich
|
|
eingestuft
|
|
werden
|
|
müsse
|
|
.
|
|
angeordnete
|
|
Unterbringung
|
|
könne
|
|
auch
|
|
Bewährung
|
|
ausgesetzt
|
|
werden
|
|
Beschuldigte
|
|
krankheitseinsichtig
|
|
sei
|
|
entsprechende
|
|
Motivation
|
|
Heilung
|
|
gelangen
|
|
könne
|
|
.
|
|
II
|
|
.
|
|
vorgenannten
|
|
Ausführungen
|
|
Landgerichts
|
|
reichen
|
|
Unterbringung
|
|
Beschuldigten
|
|
psychiatrischen
|
|
Krankenhaus
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
StGB
|
|
stützen
|
|
können
|
|
.
|
|
Insoweit
|
|
bestehen
|
|
bereits
|
|
Zweifel
|
|
Feststellungen
|
|
Tatrichters
|
|
Beschuldigte
|
|
vorliegend
|
|
Zustand
|
|
Schuldunfähigkeit
|
|
§
|
|
StGB
|
|
gehandelt
|
|
hat
|
|
.
|
|
Jedenfalls
|
|
aber
|
|
ist
|
|
ausreichend
|
|
festgestellt
|
|
Beschuldigten
|
|
Zustandes
|
|
erhebliche
|
|
rechtswidrige
|
|
Taten
|
|
erwarten
|
|
sind
|
|
Allgemeinheit
|
|
gefährlich
|
|
ist
|
|
.
|
|
1
|
|
.
|
|
Feststellungen
|
|
Landgerichts
|
|
ergibt
|
|
Beschuldigte
|
|
Taten
|
|
planmäßig
|
|
überlegt
|
|
vorgegangen
|
|
ist
|
|
.
|
|
hat
|
|
offenbar
|
|
geschickte
|
|
Weise
|
|
nur
|
|
mehrfach
|
|
verschiedenen
|
|
Banken
|
|
EC-Karten
|
|
beschafft
|
|
ebenso
|
|
erlangten
|
|
Kreditkarten
|
|
planmäßig
|
|
nur
|
|
Geschäften
|
|
eingesetzt
|
|
Online-Überprüfung
|
|
Guthabens
|
|
zulässigerweise
|
|
Anspruch
|
|
genommenen
|
|
Kreditrahmens
|
|
vorgenommen
|
|
wurde
|
|
.
|
|
hat
|
|
Erreichung
|
|
Wunsches
|
|
bestimmte
|
|
Waren
|
|
erhalten
|
|
zielgerichtete
|
|
Einkaufsreisen
|
|
unternommen
|
|
.
|
|
Auch
|
|
war
|
|
Beschuldigte
|
|
bewusst
|
|
befugt
|
|
war
|
|
Verbotenes
|
|
tat
|
|
.
|
|
bestehen
|
|
erhebliche
|
|
Zweifel
|
|
Auffassung
|
|
Landgerichts
|
|
vorliegend
|
|
aussetzungen
|
|
Schuldunfähigkeit
|
|
§
|
|
StGB
|
|
gegeben
|
|
sind
|
|
.
|
|
Insoweit
|
|
wird
|
|
neue
|
|
Tatrichter
|
|
ergänzende
|
|
Feststellungen
|
|
treffen
|
|
haben
|
|
.
|
|
2
|
|
.
|
|
erheblich
|
|
überwiegende
|
|
Zahl
|
|
betrügerischen
|
|
Einkäufen
|
|
betrifft
|
|
Beträge
|
|
jeweils
|
|
€
|
|
teilweise
|
|
sind
|
|
allerdings
|
|
auch
|
|
Einkäufe
|
|
€
|
|
€
|
|
maximal
|
|
festgestellt
|
|
.
|
|
letzteren
|
|
Taten
|
|
handelt
|
|
zweifellos
|
|
Sinne
|
|
§
|
|
StGB
|
|
erhebliche
|
|
rechtswidrige
|
|
Taten
|
|
.
|
|
Taten
|
|
auch
|
|
künftig
|
|
Beschuldigten
|
|
erwarten
|
|
sind
|
|
würde
|
|
Voraussetzung
|
|
§
|
|
StGB
|
|
gegeben
|
|
sein
|
|
.
|
|
Jedoch
|
|
ergibt
|
|
Feststellungen
|
|
ausreichender
|
|
Weise
|
|
Beschuldigte
|
|
künftig
|
|
erwartenden
|
|
Taten
|
|
auch
|
|
Allgemeinheit
|
|
gefährlich
|
|
ist
|
|
.
|
|
Gefährlichkeitsprognose
|
|
ist
|
|
nur
|
|
abzustellen
|
|
möglicherweise
|
|
nur
|
|
eingeschränkter
|
|
Personenkreis
|
|
überhaupt
|
|
geschädigt
|
|
werden
|
|
kann
|
|
auch
|
|
potentiell
|
|
Geschädigte
|
|
Schadenseintritt
|
|
vorbeugen
|
|
können
|
|
Straftaten
|
|
Beschuldigten
|
|
letztendlich
|
|
mit
|
|
verhindern
|
|
können
|
|
.
|
|
angefochtenen
|
|
Entscheidung
|
|
zugrunde
|
|
liegenden
|
|
Sachverhalten
|
|
konnte
|
|
Beschuldigte
|
|
nur
|
|
betrügerischen
|
|
Einkäufe
|
|
vornehmen
|
|
offenbar
|
|
weitere
|
|
Bonitätsprüfung
|
|
mehrfach
|
|
gelang
|
|
EC-Karten
|
|
ausgehändigt
|
|
erhalten
|
|
.
|
|
kommt
|
|
offensichtlich
|
|
Ersparung
|
|
Telekommunikationskosten
|
|
Geschäfte
|
|
Karten
|
|
Zahlung
|
|
entgegennahmen
|
|
Deckung
|
|
jeweils
|
|
überprüfen
|
|
aber
|
|
möglich
|
|
wäre
|
|
.
|
|
Fällen
|
|
Geschädigten
|
|
selbst
|
|
Unterlassung
|
|
ansonsten
|
|
üblichen
|
|
Prüfung
|
|
Kontendeckung
|
|
Begehung
|
|
Straftaten
|
|
erst
|
|
ermöglichen
|
|
Bestand
|
|
Rechtsordnung
|
|
auch
|
|
öffentliche
|
|
Sicherheit
|
|
überhaupt
|
|
bedroht
|
|
sind
|
|
lässt
|
|
Senat
|
|
.
|
|
Jedenfalls
|
|
lässt
|
|
aber
|
|
Tatrichter
|
|
vorgenommene
|
|
Würdigung
|
|
bisherigen
|
|
Tatumstände
|
|
Unterbringungsanordnung
|
|
gerechtfertigt
|
|
erscheinen
|
|
.
|
|
war
|
|
aufzuheben
|
|
.
|
|
3
|
|
.
|
|
Selbst
|
|
Bejahung
|
|
Voraussetzung
|
|
§
|
|
StGB
|
|
wäre
|
|
sagung
|
|
Aussetzung
|
|
Unterbringungsanordnung
|
|
Bewährung
|
|
§
|
|
StGB
|
|
gerade
|
|
zugrunde
|
|
liegenden
|
|
Straftaten
|
|
Tatumstände
|
|
grundlegender
|
|
prüfen
|
|
gewesen
|
|
.
|
|
Allein
|
|
näher
|
|
begründete
|
|
Erwartung
|
|
Beschuldigte
|
|
werde
|
|
Vollzug
|
|
Unterbringungsanordnung
|
|
verordnete
|
|
Medikamentation
|
|
weiter
|
|
einnehmen
|
|
ist
|
|
ausreichend
|
|
.
|
|
4
|
|
.
|
|
neue
|
|
Tatrichter
|
|
wird
|
|
somit
|
|
angeordnete
|
|
Unterbringung
|
|
StGB
|
|
nochmals
|
|
umfassend
|
|
überprüfen
|
|
haben
|
|
Senat
|
|
Fall
|
|
Ablehnung
|
|
zusätzlich
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
StPO
|
|
hinweist
|
|
.
|
|
Wahl
|
|
Hebenstreit
|