NAMEN
|
|
ZR
|
|
Verkündet
|
|
:
|
|
9
|
|
Juli
|
|
Urkundsbeamter
|
|
Geschäftsstelle
|
|
Rechtsstreit
|
|
Nachschlagewerk
|
|
:
|
|
ja
|
|
:
|
|
ja
|
|
:
|
|
ja
|
|
"
|
|
Lurgi
|
|
"
|
|
AktG
|
|
;
|
|
§
|
|
;
|
|
.
|
|
verdeckte
|
|
gemischte
|
|
Sacheinlage
|
|
vgl.
|
|
Sen
|
|
.
|
|
.
|
|
20
|
|
November
|
|
liegt
|
|
auch
|
|
dann
|
|
Aktiengesellschaft
|
|
Zweijahresfrist
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
AktG
|
|
Zusammenhang
|
|
Barkapitalerhöhung
|
|
Austauschgeschäft
|
|
Zeichner
|
|
neuen
|
|
Aktien
|
|
schließt
|
|
vereinbarte
|
|
Entgelt
|
|
Betrag
|
|
Einlageverpflichtung
|
|
auch
|
|
Volumen
|
|
Kapitalerhöhung
|
|
Vielfaches
|
|
übersteigt
|
|
.
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG
|
|
unwirksame
|
|
Austauschgeschäft
|
|
ist
|
|
dingliche
|
|
Ansprüche
|
|
Inferenten
|
|
§
|
|
eingreifen
|
|
vgl.
|
|
Bereicherungsrecht
|
|
§
|
|
Saldierung
|
|
beiderseitigen
|
|
Bereicherungsansprüche
|
|
rückabzuwickeln
|
|
.
|
|
gilt
|
|
auch
|
|
Insolvenzverfahren
|
|
Gesellschaft
|
|
jedenfalls
|
|
dann
|
|
Voraussetzungen
|
|
sinngemäß
|
|
anzuwendenden
|
|
§
|
|
InsO
|
|
vorliegen
|
|
.
|
|
aktienrechtlicher
|
|
Rückforderungsanspruch
|
|
Gesellschaft
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
AktG
|
|
besteht
|
|
Fällen
|
|
§
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG
|
|
noch
|
|
Fall
|
|
Unwirksamkeit
|
|
Nachgründungsgeschäfts
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
AktG.
|
|
Unberührt
|
|
bleibt
|
|
Anspruch
|
|
Gesellschaft
|
|
erneute
|
|
Zahlung
|
|
Ausgabebetrages
|
|
Aktien
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG.
|
|
Auch
|
|
.
|
|
können
|
|
Gesellschaft
|
|
Insolvenzverwalter
|
|
unwirksamen
|
|
Austauschgeschäfts
|
|
Geleistete
|
|
zurückfordern
|
|
nur
|
|
Anspruch
|
|
Saldierung
|
|
verbleibenden
|
|
Überschuss
|
|
geltend
|
|
machen
|
|
müssen
|
|
entsprechenden
|
|
Saldo
|
|
Beachtung
|
|
prozessualen
|
|
Wahrheitspflicht
|
|
§
|
|
darlegen
|
|
.
|
|
Urteil
|
|
9
|
|
Juli
|
|
ZR
|
|
II
|
|
.
|
|
Zivilsenat
|
|
Bundesgerichtshofes
|
|
hat
|
|
mündliche
|
|
Verhandlung
|
|
9
|
|
Juli
|
|
Vorsitzenden
|
|
Richter
|
|
Prof.
|
|
Dr.
|
|
Richter
|
|
Kraemer
|
|
Dr.
|
|
Caliebe
|
|
Dr.
|
|
Recht
|
|
erkannt
|
|
:
|
|
Revision
|
|
Klägers
|
|
wird
|
|
Urteil
|
|
10
|
|
.
|
|
Zivilsenats
|
|
Oberlandesgerichts
|
|
10
|
|
.
|
|
Februar
|
|
Kostenpunkt
|
|
Ausnahme
|
|
Entscheidung
|
|
außergerichtlichen
|
|
Kosten
|
|
Beklagten
|
|
insoweit
|
|
aufgehoben
|
|
Berufung
|
|
Klägers
|
|
Verhältnis
|
|
Beklagten
|
|
zurückgewiesen
|
|
worden
|
|
ist
|
|
.
|
|
Umfang
|
|
Aufhebung
|
|
wird
|
|
Sache
|
|
neuen
|
|
Verhandlung
|
|
Entscheidung
|
|
auch
|
|
Kosten
|
|
Revisionsverfahrens
|
|
nachstehend
|
|
erkannt
|
|
ist
|
|
Berufungsgericht
|
|
zurückverwiesen
|
|
.
|
|
weitergehende
|
|
Revision
|
|
wird
|
|
zurückgewiesen
|
|
.
|
|
Kläger
|
|
trägt
|
|
außergerichtlichen
|
|
Kosten
|
|
Beklagten
|
|
Revisionsverfahren
|
|
.
|
|
Tatbestand
|
|
:
|
|
Kläger
|
|
ist
|
|
Insolvenzverwalter
|
|
Vermögens
|
|
Po
|
|
.
|
|
AG
|
|
nachfolgend
|
|
:
|
|
Schuldnerin
|
|
Oktober
|
|
damaligen
|
|
Alleinaktionär
|
|
Dr.
|
|
nachfolgend
|
|
:
|
|
Dr.
|
|
Grundkapital
|
|
100.000,00
|
|
DM
|
|
gegründet
|
|
Juni
|
|
Handelsregister
|
|
eingetragen
|
|
worden
|
|
ist
|
|
.
|
|
Gegenstand
|
|
Unternehmens
|
|
war
|
|
neuartiges
|
|
Verfahren
|
|
Recycling
|
|
Altteppichböden
|
|
.
|
|
Realisierung
|
|
Projekts
|
|
stand
|
|
Dr.
|
|
Verhandlungen
|
|
Unternehmen
|
|
Metallgesellschaftskonzerns
|
|
nunmehr
|
|
Errichtung
|
|
entsprechenden
|
|
ling-Anlage
|
|
.
|
|
Angestrebt
|
|
war
|
|
Projekt
|
|
teils
|
|
öffentlichen
|
|
Mitteln
|
|
Landes
|
|
teils
|
|
Kreditmitteln
|
|
Landesbank
|
|
.
|
|
nachfolgend
|
|
:
|
|
finanzieren
|
|
.
|
|
maßgeblich
|
|
bestimmten
|
|
Verhandlungen
|
|
führten
|
|
8
|
|
Juli
|
|
Abschluss
|
|
umfangreichen
|
|
Vertragswerks
|
|
sog.
|
|
Sheet-Finanzierungsbedingungen
|
|
nachstehend
|
|
:
|
|
Kreditgeberin
|
|
Schuldnerin
|
|
Kreditnehmerin
|
|
unterzeichneten
|
|
.
|
|
weitere
|
|
Beteiligte
|
|
Kreditverhältnisses
|
|
unterzeichneten
|
|
Dr.
|
|
Metallgesellschaftskonzern
|
|
gehörende
|
|
Unternehmen
|
|
nämlich
|
|
LLE-GmbH
|
|
Rechtsvorgängerin
|
|
Beklagten
|
|
Beklagte
|
|
Beklagte
|
|
2
|
|
.
|
|
Vertrag
|
|
stellte
|
|
Kreditgewährung
|
|
Höhe
|
|
Mio.
|
|
DM
|
|
Errichtung
|
|
Anlage
|
|
Bedingung
|
|
Aussicht
|
|
Beklagte
|
|
Wege
|
|
Kapitalerhöhung
|
|
Schuldnerin
|
|
DM
|
|
insgesamt
|
|
%
|
|
Schuldnerin
|
|
beteiligt
|
|
werden
|
|
.
|
|
verpflichteten
|
|
gesamtschuldnerisch
|
|
neuen
|
|
Aktien
|
|
Preis
|
|
DM
|
|
Agios
|
|
Mio.
|
|
DM
|
|
übernehmen
|
|
Schuldnerin
|
|
Gelder
|
|
31
|
|
Juli
|
|
Verfügung
|
|
stellen
|
|
.
|
|
Zusätzlich
|
|
verpflichteten
|
|
Dr.
|
|
Beklagte
|
|
weiteren
|
|
Finanzierungshilfen
|
|
Schuldnerin
|
|
.
|
|
TSF-Vertrag
|
|
beigefügt
|
|
war
|
|
Schuldnerin
|
|
bereits
|
|
unterzeichnete
|
|
"
|
|
Textentwurf
|
|
Lump
|
|
"
|
|
nachfolgend
|
|
:
|
|
LSTK-Vertrag
|
|
Anlage
|
|
Generalunternehmerin
|
|
Festpreis
|
|
Mio.
|
|
DM
|
|
errichten
|
|
sollte
|
|
.
|
|
Noch
|
|
8
|
|
Juli
|
|
beschloss
|
|
Hauptversammlung
|
|
Schuldnerin
|
|
Kapitalerhöhung
|
|
133.150,00
|
|
DM
|
|
.
|
|
Beklagte
|
|
zeichnete
|
|
neue
|
|
Aktien
|
|
je
|
|
DM
|
|
je
|
|
DM
|
|
.
|
|
Wirksamwerden
|
|
Kapitalerhöhung
|
|
§
|
|
AktG
|
|
26
|
|
.
|
|
August
|
|
waren
|
|
sonach
|
|
%
|
|
Beklagte
|
|
%
|
|
Dr.
|
|
75,103
|
|
%
|
|
Schuldnerin
|
|
beteiligt
|
|
.
|
|
Bewilligung
|
|
staatlichen
|
|
Investitionszuschusses
|
|
Mio.
|
|
DM
|
|
schlossen
|
|
Schuldnerin
|
|
31
|
|
.
|
|
August
|
|
Kreditvertrag
|
|
nachfolgend
|
|
sukzessive
|
|
ausgezahltes
|
|
Kreditvolumen
|
|
Mio.
|
|
DM
|
|
.
|
|
selben
|
|
Tag
|
|
schlossen
|
|
Besicherung
|
|
Kredits
|
|
Verpfändungsvertrag
|
|
.
|
|
wurden
|
|
"
|
|
gegenwärtigen
|
|
zukünftigen
|
|
Forderungen
|
|
"
|
|
Schuldnerin
|
|
u.a.
|
|
Beklagten
|
|
"
|
|
MezzanineFinanzierungen
|
|
sonstigen
|
|
Rechtsgründen
|
|
Ausnahme
|
|
Ansprüchen
|
|
Einzahlung
|
|
Grundkapital
|
|
"
|
|
.
|
|
Verpfändungsvertrag
|
|
war
|
|
Muster
|
|
Verpfändungsanzeige
|
|
§
|
|
beigefügt
|
|
Zugang
|
|
Beklagten
|
|
Kläger
|
|
Vorinstanz
|
|
bestritten
|
|
hat
|
|
.
|
|
9
|
|
.
|
|
September
|
|
schloss
|
|
Schuldnerin
|
|
nur
|
|
geringfügigen
|
|
Ergänzungen
|
|
Vertragstext
|
|
entsprach
|
|
schon
|
|
beigefügt
|
|
war
|
|
.
|
|
Auftragssumme
|
|
belief
|
|
netto
|
|
Mio.
|
|
DM
|
|
Mio.
|
|
€
|
|
.
|
|
Folgezeit
|
|
wurde
|
|
LSTK-Vertrag
|
|
mehrfach
|
|
modifiziert
|
|
insbesondere
|
|
Nachtrag
|
|
Nr.
|
|
20
|
|
November
|
|
unveränderte
|
|
Gültigkeit
|
|
übrigen
|
|
tragsbedingungen
|
|
ausdrücklich
|
|
festschrieb
|
|
.
|
|
Erstmals
|
|
Jahre
|
|
artikulierten
|
|
Beteiligten
|
|
Bedenken
|
|
LSTK-Vertrag
|
|
unwirksam
|
|
sein
|
|
könnte
|
|
§
|
|
AktG
|
|
falle
|
|
.
|
|
Parallel
|
|
gelangten
|
|
Beteiligte
|
|
Überzeugung
|
|
errichtete
|
|
Anlage
|
|
wirtschaftlich
|
|
betrieben
|
|
werden
|
|
könne
|
|
.
|
|
1
|
|
.
|
|
September
|
|
wurde
|
|
Antrag
|
|
Schuldnerin
|
|
Insolvenzverfahren
|
|
Vermögen
|
|
eröffnet
|
|
Kläger
|
|
Insolvenzverwalter
|
|
bestellt
|
|
.
|
|
erklärte
|
|
Schreiben
|
|
5
|
|
.
|
|
September
|
|
LSTK-Vertrag
|
|
zustimme
|
|
.
|
|
Insgesamt
|
|
hat
|
|
Schuldnerin
|
|
geschlossenen
|
|
LSTK-Vertrag
|
|
€
|
|
brutto
|
|
bezahlt
|
|
Nettobetrag
|
|
.
|
|
.
|
|
€
|
|
später
|
|
Beklagte
|
|
verschmolzen
|
|
worden
|
|
ist
|
|
;
|
|
Umsatzsteuer
|
|
Höhe
|
|
€
|
|
wurde
|
|
entsprechenden
|
|
Zession
|
|
Beklagte
|
|
Konzernmutter
|
|
gezahlt
|
|
.
|
|
hält
|
|
%
|
|
Anteile
|
|
Beklagten
|
|
ihrerseits
|
|
%
|
|
Anteile
|
|
Beklagten
|
|
vormals
|
|
:
|
|
Beklagten
|
|
hält
|
|
.
|
|
Abschluss
|
|
LSTK-Vertrages
|
|
bestanden
|
|
jeweiligen
|
|
Muttergesellschaften
|
|
Gewinnabführungsverträge
|
|
.
|
|
Klage
|
|
nimmt
|
|
Kläger
|
|
Beklagten
|
|
gesamtschuldnerisch
|
|
Rückzahlung
|
|
Schuldnerin
|
|
gezahlten
|
|
€
|
|
§
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG
|
|
Anspruch
|
|
.
|
|
Klage
|
|
ist
|
|
Vorinstanzen
|
|
erfolglos
|
|
geblieben
|
|
.
|
|
Berufungsgericht
|
|
zugelassenen
|
|
Revision
|
|
verfolgt
|
|
Kläger
|
|
Ansprüche
|
|
vollem
|
|
Umfang
|
|
.
|
|
Entscheidungsgründe
|
|
:
|
|
Revision
|
|
bleibt
|
|
Verhältnis
|
|
Beklagten
|
|
erfolglos
|
|
führt
|
|
aber
|
|
Übrigen
|
|
Aufhebung
|
|
Zurückverweisung
|
|
.
|
|
Berufungsgericht
|
|
.
|
|
10
|
|
.
|
|
Februar
|
|
veröffentlicht
|
|
meint
|
|
Kläger
|
|
sei
|
|
"
|
|
eigenem
|
|
Recht
|
|
"
|
|
Insolvenzverwalter
|
|
geltend
|
|
gemachten
|
|
Ansprüche
|
|
schon
|
|
aktivlegitimiert
|
|
Schuldnerin
|
|
wirksam
|
|
verpfändet
|
|
seien
|
|
.
|
|
Zugang
|
|
Verpfändungsanzeigen
|
|
§
|
|
Beklagten
|
|
könne
|
|
vorliegenden
|
|
Umständen
|
|
bezweifelt
|
|
werden
|
|
.
|
|
Klage
|
|
Einziehungsermächtigung
|
|
HeLaBa
|
|
gestützt
|
|
werde
|
|
sei
|
|
unzulässig
|
|
schutzwürdiges
|
|
Eigeninteresse
|
|
Klägers
|
|
Voraussetzung
|
|
gewillkürte
|
|
Prozessstandschaft
|
|
fehle
|
|
.
|
|
Übrigen
|
|
seien
|
|
etwaige
|
|
Ansprüche
|
|
HeLaBa
|
|
Zeit
|
|
Geltendmachung
|
|
ohnehin
|
|
verjährt
|
|
gewesen
|
|
.
|
|
abgesehen
|
|
falle
|
|
Vertrag
|
|
verschiedenen
|
|
Gründen
|
|
insbesondere
|
|
§
|
|
AktG
|
|
jetzt
|
|
:
|
|
Beklagte
|
|
nur
|
|
Beteiligung
|
|
%
|
|
Schuldnerin
|
|
vgl.
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG
|
|
erst
|
|
Aushandlung
|
|
LSTK-Vertragsinhalts
|
|
bereits
|
|
Sinne
|
|
Vorvertrages
|
|
bindenden
|
|
erworben
|
|
habe
|
|
.
|
|
gelte
|
|
auch
|
|
Beklagte
|
|
Schutzzweck
|
|
§
|
|
AktG
|
|
betroffen
|
|
sei
|
|
.
|
|
Selbst
|
|
anders
|
|
sehe
|
|
sei
|
|
LSTKVertrag
|
|
verschiedenen
|
|
Ablauf
|
|
Zweijahresfrist
|
|
vereinbarten
|
|
Nachträge
|
|
Schuldnerin
|
|
jedenfalls
|
|
wirksam
|
|
genehmigt
|
|
worden
|
|
.
|
|
Kläger
|
|
hilfsweise
|
|
Abstandnahme
|
|
Vorschuss
|
|
Mangelbeseitigung
|
|
Feststellung
|
|
begehre
|
|
sei
|
|
unzulässig
|
|
.
|
|
II
|
|
.
|
|
Ausführungen
|
|
halten
|
|
rechtlicher
|
|
Nachprüfung
|
|
entscheidenden
|
|
Punkten
|
|
stand
|
|
aber
|
|
Ergebnis
|
|
nur
|
|
Ansprüche
|
|
Klägers
|
|
Beklagten
|
|
auswirkt
|
|
.
|
|
1
|
|
.
|
|
Berufungsgericht
|
|
Kläger
|
|
"
|
|
Aktivlegitimation
|
|
"
|
|
primär
|
|
eigenem
|
|
Recht
|
|
Insolvenzverwalter
|
|
geltend
|
|
gemachten
|
|
Rückzahlungsansprüche
|
|
vermeintlich
|
|
wirksamer
|
|
Verpfändung
|
|
abgesprochen
|
|
hat
|
|
vgl.
|
|
.
|
|
15
|
|
.
|
|
Mai
|
|
ZR
|
|
f.
|
|
kann
|
|
schon
|
|
Bestand
|
|
haben
|
|
Beklagten
|
|
Revisionsinstanz
|
|
vorgelegten
|
|
Verpfändungsanzeigen
|
|
9
|
|
November
|
|
nur
|
|
Vorstandsmitglied
|
|
Dr.
|
|
Schuldnerin
|
|
unterzeichnet
|
|
sind
|
|
Hauptversammlung
|
|
Schuldnerin
|
|
13
|
|
.
|
|
August
|
|
beschlossenen
|
|
9
|
|
.
|
|
Oktober
|
|
Handelsregister
|
|
eingetragenen
|
|
Änderung
|
|
Vertretungsverhältnisse
|
|
Schuldnerin
|
|
Alleinvertretung
|
|
mehr
|
|
befugt
|
|
war
|
|
.
|
|
weist
|
|
Revision
|
|
Bezugnahme
|
|
bereits
|
|
erstinstanzlich
|
|
vorgelegten
|
|
Handelsregisterauszug
|
|
Recht
|
|
.
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
unterliegt
|
|
zwar
|
|
grundsätzlich
|
|
nur
|
|
dasjenige
|
|
Vorbringen
|
|
Beurteilung
|
|
Revisionsgerichts
|
|
Berufungsurteil
|
|
Sitzungsprotokoll
|
|
ergibt
|
|
.
|
|
Jedoch
|
|
ist
|
|
Vorschrift
|
|
ständiger
|
|
Rechtsprechung
|
|
Bundesgerichtshofes
|
|
einschränkend
|
|
auszulegen
|
|
Revisionsinstanz
|
|
neu
|
|
vorgetragene
|
|
Tatsachen
|
|
berücksichtigt
|
|
werden
|
|
können
|
|
unstreitig
|
|
sind
|
|
schützenswerte
|
|
Belange
|
|
Gegenseite
|
|
entgegenstehen
|
|
Senat
|
|
.
|
|
;
|
|
f.
|
|
;
|
|
.
|
|
21
|
|
November
|
|
;
|
|
Musielak/Ball
|
|
5
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
;
|
|
vgl.
|
|
auch
|
|
Abs.
|
|
.
|
|
ist
|
|
hier
|
|
Fall
|
|
:
|
|
Alleinunterzeichnung
|
|
Verpfändungsanzeigen
|
|
Dr.
|
|
Inhalt
|
|
Handelsregisterauszuges
|
|
Senat
|
|
Verweisung
|
|
vorinstanzlichen
|
|
Urteile
|
|
vorgelegten
|
|
Anlagen
|
|
ohnedies
|
|
berücksichtigen
|
|
könnte
|
|
sind
|
|
unstreitig
|
|
.
|
|
Schutzwürdige
|
|
Belange
|
|
Beklagten
|
|
Abtretungsanzeigen
|
|
selbst
|
|
vorgelegt
|
|
haben
|
|
stehen
|
|
Verwertung
|
|
.
|
|
ist
|
|
Verpfändung
|
|
Forderung
|
|
nur
|
|
wirksam
|
|
Gläubiger
|
|
Schuldner
|
|
anzeigt
|
|
.
|
|
Anzeige
|
|
ist
|
|
Willenserklärung
|
|
Palandt/Bassenge
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
2
|
|
;
|
|
Damrau
|
|
4
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
.
|
|
entsprechende
|
|
Willenserklärung
|
|
Schuldnerin
|
|
bedurfte
|
|
Mitwirkung
|
|
Vertretung
|
|
berufenen
|
|
Personen
|
|
konnte
|
|
Dr.
|
|
allein
|
|
wirksam
|
|
abgegeben
|
|
werden
|
|
Unwirksamkeit
|
|
Verpfändung
|
|
führt
|
|
.
|
|
Kläger
|
|
geltend
|
|
gemachten
|
|
Forderungen
|
|
auch
|
|
Schuldnerin
|
|
abgeschlossenen
|
|
Globalzessionsvertrag
|
|
erfasst
|
|
werden
|
|
sollten
|
|
kann
|
|
hier
|
|
dahinstehen
|
|
Gegensatz
|
|
Forderungsverpfändung
|
|
Einziehungsbefugnis
|
|
Klägers
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
InsO
|
|
ändern
|
|
würde
|
|
vgl.
|
|
.
|
|
15
|
|
.
|
|
Mai
|
|
aaO
|
|
.
|
|
2
|
|
.
|
|
Sache
|
|
kommt
|
|
hier
|
|
Ansicht
|
|
Berufungsgerichts
|
|
Prozessparteien
|
|
Anspruch
|
|
Klägers
|
|
Rückforderung
|
|
Schuldnerin
|
|
jetzt
|
|
:
|
|
Beklagte
|
|
gezahlten
|
|
Werklohns
|
|
Anwendbarkeit
|
|
§
|
|
AktG
|
|
etwaige
|
|
Genehmigung
|
|
LSTK-Vertrages
|
|
Schuldnerin
|
|
Ablauf
|
|
Zweijahresfrist
|
|
AktG
|
|
vgl.
|
|
auch
|
|
unten
|
|
.
|
|
Berufungsgericht
|
|
übersieht
|
|
Abschluss
|
|
LSTK-Vertrages
|
|
Zeitpunkt
|
|
Kapitalerhöhung
|
|
Übernahme
|
|
Beteiligung
|
|
Beklagten
|
|
Schuldnerin
|
|
bereits
|
|
vor-abgesprochen
|
|
war
|
|
eingezahlte
|
|
Einlagebetrag
|
|
Form
|
|
Teils
|
|
Werklohns
|
|
wieder
|
|
mittelbar
|
|
auch
|
|
Beklagte
|
|
Subunternehmerin
|
|
Schuldnerin
|
|
zurückfloss
|
|
Folge
|
|
-9-
|
|
hier
|
|
Grundsätze
|
|
verdeckten
|
|
gemischten
|
|
Sacheinlage
|
|
anzuwenden
|
|
sind
|
|
vgl.
|
|
Sen
|
|
.
|
|
.
|
|
20
|
|
November
|
|
.
|
|
verdeckte
|
|
Sacheinlage
|
|
liegt
|
|
gesetzlichen
|
|
Regeln
|
|
Sacheinlagen
|
|
objektiv
|
|
unterlaufen
|
|
werden
|
|
zwar
|
|
hier
|
|
Bareinlage
|
|
vereinbart
|
|
wird
|
|
Gesellschaft
|
|
aber
|
|
wirtschaftlicher
|
|
Betrachtung
|
|
Einleger
|
|
Zusammenhang
|
|
Übernahme
|
|
Einlage
|
|
abgeschlossenen
|
|
Gegengeschäfts
|
|
sonstigen
|
|
Absprache
|
|
Sachwert
|
|
erhalten
|
|
soll
|
|
Senat
|
|
;
|
|
;
|
|
8)
|
|
.
|
|
Senat
|
|
bereits
|
|
Urteil
|
|
15
|
|
.
|
|
Januar
|
|
.
|
|
entschieden
|
|
hat
|
|
gelten
|
|
Grundsätze
|
|
verdeckten
|
|
Sacheinlage
|
|
auch
|
|
Rahmen
|
|
Kapitalerhöhung
|
|
§
|
|
.
|
|
AktG
|
|
werden
|
|
Vorschriften
|
|
Nachgründung
|
|
§
|
|
AktG
|
|
verdrängt
|
|
.
|
|
vorliegenden
|
|
Fall
|
|
Errichtung
|
|
Anlage
|
|
vereinbarte
|
|
Preis
|
|
Wert
|
|
Beklagten
|
|
übernommene
|
|
Einlageverpflichtung
|
|
Vielfaches
|
|
überstieg
|
|
führt
|
|
Ansicht
|
|
Rechtsgutachter
|
|
Klägers
|
|
anderen
|
|
Beurteilung
|
|
gemischte
|
|
verdeckte
|
|
Sacheinlage
|
|
handelt
|
|
vgl.
|
|
Sen
|
|
.
|
|
.
|
|
20
|
|
November
|
|
aaO
|
|
.
|
|
.
|
|
Art
|
|
Kapitalaufbringung
|
|
liegt
|
|
Kombination
|
|
Sacheinlage
|
|
Sachübernahme
|
|
gekennzeichnet
|
|
ist
|
|
Gesellschafter
|
|
Betrag
|
|
Einlageverpflichtung
|
|
übersteigenden
|
|
Sachwert
|
|
Teil
|
|
Gewährung
|
|
Aktien
|
|
Teil
|
|
sonstiges
|
|
Entgelt
|
|
Gesellschaft
|
|
überträgt
|
|
vgl.
|
|
Senat
|
|
aaO
|
|
.
|
|
.
|
|
Habersack
|
|
Festschrift
|
|
Konzen
|
|
S.
|
|
f.
|
|
.
|
|
Handelt
|
|
Parteivereinbarung
|
|
unteilbare
|
|
Leistung
|
|
hier
|
|
Errichtung
|
|
gesamten
|
|
Betriebsanlage
|
|
so
|
|
unterliegt
|
|
Rechtsgeschäft
|
|
insgesamt
|
|
zwar
|
|
Interesse
|
|
Diskrepanz
|
|
Einlageverpflichtung
|
|
Inferenten
|
|
zahlenden
|
|
Entgelt
|
|
erst
|
|
recht
|
|
Sacheinlagen
|
|
geltenden
|
|
Regelungen
|
|
Gründungsstadium
|
|
vgl.
|
|
Senat
|
|
aaO
|
|
vorliegenden
|
|
Fall
|
|
Kapitalerhöhung
|
|
also
|
|
§
|
|
AktG
|
|
vgl.
|
|
Hüffer
|
|
AktG
|
|
7
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
.
|
|
Schrifttum
|
|
Wortlaut
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG
|
|
folgend
|
|
Auffassung
|
|
vertreten
|
|
wird
|
|
§
|
|
AktG
|
|
erfasse
|
|
Sachübernahme
|
|
.
|
|
S.
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG
|
|
vgl.
|
|
Hüffer
|
|
aaO
|
|
Hinweis
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
5
|
|
;
|
|
f.
|
|
;
|
|
MünchKommAktG/Peifer
|
|
2
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
bezieht
|
|
nur
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
AktG
|
|
erfassten
|
|
Sachübernahmegeschäfte
|
|
Nichtaktionären
|
|
;
|
|
auch
|
|
hier
|
|
gegebene
|
|
Fall
|
|
verdeckten
|
|
Sacheinlage
|
|
selten
|
|
genannten
|
|
Mischform
|
|
begegnet
|
|
wird
|
|
stets
|
|
ausdrücklich
|
|
ausgenommen
|
|
vgl.
|
|
vorigen
|
|
Nachweise
|
|
.
|
|
ergibt
|
|
umgekehrt
|
|
korrekte
|
|
Einbringung
|
|
gemischten
|
|
Sacheinlage
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
AktG
|
|
Festsetzung
|
|
Gesamtgegenstandes
|
|
Nennbetrag
|
|
neuen
|
|
Aktien
|
|
hinausgehende
|
|
Entgelt
|
|
entfallenden
|
|
Preisanteile
|
|
Kapitalerhöhungsbeschluss
|
|
voraussetzt
|
|
.
|
|
Insoweit
|
|
gilt
|
|
hier
|
|
gemischten
|
|
Sacheinlage
|
|
Rahmen
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG
|
|
vgl.
|
|
Sen
|
|
.
|
|
.
|
|
20
|
|
November
|
|
aaO
|
|
.
|
|
.
|
|
Anders
|
|
kann
|
|
auch
|
|
Pflichtprüfung
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
AktG
|
|
sinnvoll
|
|
durchgeführt
|
|
werden
|
|
.
|
|
vorliegenden
|
|
Fall
|
|
genannten
|
|
Erfordernisse
|
|
beachtet
|
|
wurden
|
|
treten
|
|
Regeln
|
|
verdeckten
|
|
Sacheinlage
|
|
Unwirksamkeitsfolgen
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG
|
|
ebenso
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG
|
|
Sen
|
|
.
|
|
.
|
|
20
|
|
November
|
|
aaO
|
|
.
|
|
gesamten
|
|
Vertrag
|
|
gemischte
|
|
Sacheinlage
|
|
hier
|
|
also
|
|
LSTK-Vertrag
|
|
erstrecken
|
|
vgl.
|
|
auch
|
|
340
|
|
;
|
|
Sen
|
|
.
|
|
.
|
|
16
|
|
.
|
|
März
|
|
780
|
|
.
|
|
Weitere
|
|
Rechtsfolge
|
|
ist
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG
|
|
Bareinlage
|
|
wirksam
|
|
geleistet
|
|
Aktionär
|
|
verpflichtet
|
|
ist
|
|
Ausgabebetrag
|
|
Aktien
|
|
erneut
|
|
einzuzahlen
|
|
.
|
|
3
|
|
.
|
|
Derartige
|
|
Ansprüche
|
|
erneute
|
|
Einlagenzahlung
|
|
macht
|
|
Kläger
|
|
Beklagten
|
|
indes
|
|
geltend
|
|
begehrt
|
|
allein
|
|
Rückzahlung
|
|
Schuldnerin
|
|
Beklagte
|
|
gezahlten
|
|
Werklohns
|
|
.
|
|
allerdings
|
|
Anwendung
|
|
§
|
|
AktG
|
|
basierenden
|
|
Ansicht
|
|
Revision
|
|
steht
|
|
Kläger
|
|
aktienrechtlicher
|
|
Rückgewähranspruch
|
|
§
|
|
AktG
|
|
allenfalls
|
|
saldierender
|
|
Bereicherungsanspruch
|
|
§
|
|
§
|
|
.
|
|
aktienrechtliche
|
|
Rückgewähranspruch
|
|
§
|
|
AktG
|
|
betrifft
|
|
Kapitalerhaltung
|
|
vgl.
|
|
Großkomm.z
|
|
.
|
|
AktG/Henze
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
8
|
|
;
|
|
Hüffer
|
|
aaO
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
bezieht
|
|
§
|
|
AktG
|
|
Henze
|
|
.
|
|
;
|
|
Hüffer
|
|
aaO
|
|
.
|
|
.
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG
|
|
verbotene
|
|
Leistungen
|
|
Aktionäre
|
|
sind
|
|
nur
|
|
unangemessen
|
|
niedrige
|
|
Gegenleistung
|
|
gegenübersteht
|
|
aaO
|
|
.
|
|
m.w
|
|
.
|
|
.
|
|
;
|
|
Henze
|
|
.
|
|
.
|
|
Schon
|
|
schließt
|
|
allgemeine
|
|
Voraussetzungen
|
|
unabhängige
|
|
Anspruchsgrundlage
|
|
Rückforderungsansprüche
|
|
Gesellschaft
|
|
Aktionären
|
|
geschlossenen
|
|
aktienrechtlichen
|
|
Vorschriften
|
|
nichtigen
|
|
Verträgen
|
|
sehen
|
|
.
|
|
Wäre
|
|
anders
|
|
müsste
|
|
Gleiche
|
|
auch
|
|
Fällen
|
|
§
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG
|
|
verdeckten
|
|
Sacheinlage
|
|
gelten
|
|
jedoch
|
|
einhelliger
|
|
Auffassung
|
|
auch
|
|
Gesellschaft
|
|
§
|
|
§
|
|
AktG
|
|
rückabgewickelt
|
|
wird
|
|
vgl.
|
|
Sen
|
|
.
|
|
.
|
|
16
|
|
.
|
|
März
|
|
aaO
|
|
;
|
|
Kölner
|
|
Komm.z
|
|
.
|
|
AktG/Lutter
|
|
2
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
;
|
|
2
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
;
|
|
.
|
|
AktG/
|
|
4
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
;
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
.
|
|
Fall
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
AktG
|
|
anders
|
|
sein
|
|
soll
|
|
so
|
|
AktG
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
ist
|
|
einzusehen
|
|
.
|
|
Vorschrift
|
|
steht
|
|
Reihe
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
Abs.
|
|
AktG
|
|
;
|
|
bezweckt
|
|
nunmehrigen
|
|
Beschränkung
|
|
Geschäfte
|
|
Gründern
|
|
Aktionären
|
|
Umgehungsschutz
|
|
Vorschriften
|
|
§
|
|
AktG
|
|
Sacheinlagen
|
|
Gründung
|
|
nachgelagerte
|
|
Austauschgeschäfte
|
|
Zweijahresfrist
|
|
unterlaufen
|
|
werden
|
|
.
|
|
Zweck
|
|
Vorschrift
|
|
ist
|
|
allgemeiner
|
|
Meinung
|
|
erster
|
|
Linie
|
|
Sicherung
|
|
Kapitalaufbringung
|
|
vgl.
|
|
Hüffer
|
|
aaO
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
.
|
|
Bestimmt
|
|
aber
|
|
Rückabwicklung
|
|
verdeckten
|
|
Sacheinlage
|
|
unmittelbarem
|
|
Umgehungstatbestand
|
|
Kapitalaufbringungsregeln
|
|
Gründung
|
|
AG
|
|
§
|
|
AktG
|
|
Bereicherungsrecht
|
|
so
|
|
kann
|
|
§
|
|
AktG
|
|
lediglich
|
|
verlängerte
|
|
"
|
|
Umgehungsschutz
|
|
vernünftigerweise
|
|
schärferen
|
|
Rechtsfolgen
|
|
Rückabwicklung
|
|
hier
|
|
Form
|
|
§
|
|
AktG
|
|
zeitigen
|
|
§
|
|
AktG
|
|
erfasste
|
|
Geschäft
|
|
genau
|
|
dasjenige
|
|
ist
|
|
Gesetzgeber
|
|
Teil
|
|
Gründung
|
|
abgesprochenen
|
|
verdeckten
|
|
Sacheinlage
|
|
verdächtigt
|
|
.
|
|
§
|
|
AktG
|
|
Fall
|
|
§
|
|
AktG
|
|
ebenso
|
|
wenig
|
|
eingreift
|
|
Fällen
|
|
§
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Abs.
|
|
AktG
|
|
kann
|
|
offen
|
|
bleiben
|
|
AktG
|
|
Fällen
|
|
verdeckten
|
|
Sachkapitalerhöhung
|
|
§
|
|
AktG
|
|
überhaupt
|
|
anwendbar
|
|
ist
|
|
vgl.
|
|
Nachweise
|
|
aaO
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
Voraussetzungen
|
|
vorliegenden
|
|
Fall
|
|
gegeben
|
|
sind
|
|
.
|
|
vorliegenden
|
|
Fall
|
|
verdeckten
|
|
Sacheinlage
|
|
handelt
|
|
noch
|
|
abgeschlossenen
|
|
Kapitalaufbringungsvorgang
|
|
maßgeblichen
|
|
Vorschriften
|
|
aber
|
|
Kapitalerhaltung
|
|
unterliegt
|
|
vgl.
|
|
Sen
|
|
.
|
|
.
|
|
17
|
|
.
|
|
September
|
|
.
|
|
§
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Abs.
|
|
AktG
|
|
ordnen
|
|
aktienrechtliche
|
|
Rechtsfolgen
|
|
verdeckter
|
|
Sacheinlagen
|
|
lediglich
|
|
Fortbestehen
|
|
Bareinlageverpflichtung
|
|
einerseits
|
|
relative
|
|
Unwirksamkeit
|
|
Verdeckungsgeschäfts
|
|
vorgenommenen
|
|
Rechtshandlungen
|
|
.
|
|
wicklung
|
|
unwirksamen
|
|
Verdeckungsgeschäfts
|
|
hat
|
|
allgemeinen
|
|
Vorschriften
|
|
nämlich
|
|
§
|
|
§
|
|
erfolgen
|
|
vgl.
|
|
2
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
.
|
|
Dementsprechend
|
|
hat
|
|
Senat
|
|
Urteil
|
|
16
|
|
.
|
|
März
|
|
f.
|
|
beiderseitigen
|
|
Bereicherungsansprüche
|
|
unwirksamen
|
|
Austauschgeschäft
|
|
Grundsätze
|
|
sog.
|
|
"
|
|
Saldotheorie
|
|
angewandt
|
|
zust
|
|
.
|
|
GmbHR
|
|
;
|
|
aaO
|
|
.
|
|
ist
|
|
Schrifttum
|
|
Teil
|
|
geäußerten
|
|
Kritik
|
|
vgl.
|
|
insbes
|
|
.
|
|
;
|
|
EWiR
|
|
;
|
|
GmbHR
|
|
Fn
|
|
.
|
|
;
|
|
vgl.
|
|
auch
|
|
Lieb
|
|
festzuhalten
|
|
.
|
|
Wertung
|
|
Aufrechnungsverbots
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG
|
|
steht
|
|
zutr
|
|
.
|
|
aaO
|
|
hier
|
|
fortbestehende
|
|
Einlageanspruch
|
|
nur
|
|
beiderseitigen
|
|
Bereicherungsansprüche
|
|
Verrechnung
|
|
einbezogen
|
|
werden
|
|
vgl.
|
|
auch
|
|
.
|
|
ipso
|
|
iure
|
|
eintretende
|
|
Saldierung
|
|
Möglichkeit
|
|
Heilung
|
|
verdeckten
|
|
Sacheinlage
|
|
offen
|
|
legende
|
|
Einbringung
|
|
Gegenstandes
|
|
vgl.
|
|
141
|
|
;
|
|
Gestalt
|
|
Bereicherungsanspruchs
|
|
Gesellschafters
|
|
Gesellschaft
|
|
beschnitten
|
|
wird
|
|
ist
|
|
hinzunehmen
|
|
.
|
|
lässt
|
|
Ansicht
|
|
16
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
entscheidendes
|
|
Argument
|
|
Lösung
|
|
gewinnen
|
|
.
|
|
Anwendung
|
|
gewissen
|
|
hier
|
|
relevanten
|
|
Einschränkungen
|
|
auch
|
|
Insolvenz
|
|
Beteiligten
|
|
geltenden
|
|
vgl.
|
|
Grundsätze
|
|
Fällen
|
|
verdeckten
|
|
Sacheinlage
|
|
ist
|
|
Vermeidung
|
|
Wertungswiderspruchs
|
|
erst
|
|
recht
|
|
geboten
|
|
Rechtsprechung
|
|
Senats
|
|
Unwirksamkeitsfolge
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG
|
|
auch
|
|
dingliche
|
|
Erfüllungsgeschäft
|
|
erstreckt
|
|
Inferent
|
|
Eigentum
|
|
verbliebenen
|
|
Gegenstand
|
|
verdeckten
|
|
Sacheinlage
|
|
§
|
|
langen
|
|
Insolvenz
|
|
Gesellschaft
|
|
aussondern
|
|
kann
|
|
.
|
|
wäre
|
|
Zufälligkeiten
|
|
abhängiges
|
|
sachlich
|
|
rechtfertigendes
|
|
Ergebnis
|
|
Fall
|
|
Eigentumsverlustes
|
|
Inferenten
|
|
Verbindung
|
|
Vermischung
|
|
Gegenstandes
|
|
Sacheinlage
|
|
§
|
|
.
|
|
Fall
|
|
unkörperlichen
|
|
Sacheinlage
|
|
Sen
|
|
.
|
|
.
|
|
16
|
|
.
|
|
März
|
|
aaO
|
|
insolvent
|
|
gewordene
|
|
Gesellschaft
|
|
Verwalter
|
|
Inferenten
|
|
nochmalige
|
|
Einlagenzahlung
|
|
Rückzahlung
|
|
Entgelts
|
|
verlangen
|
|
Bereicherungsgegenstand
|
|
behalten
|
|
Inferenten
|
|
Quote
|
|
verweisen
|
|
könnte
|
|
.
|
|
liefe
|
|
wirtschaftlichen
|
|
Ergebnis
|
|
ungerechtfertigte
|
|
Bereicherung
|
|
Gesellschaft
|
|
Gläubiger
|
|
.
|
|
Ergebnis
|
|
folgt
|
|
vorliegenden
|
|
Fall
|
|
auch
|
|
insolvenzrechtlichen
|
|
Grundsätzen
|
|
zwar
|
|
schon
|
|
beiderseitigen
|
|
Bereicherungsforderungen
|
|
schon
|
|
Insolvenzeröffnung
|
|
aufrechenbar
|
|
gegenüberstanden
|
|
so
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
InsO
|
|
auch
|
|
Insolvenzaufrechnung
|
|
möglich
|
|
wäre
|
|
.
|
|
Beklagte
|
|
hat
|
|
Zuge
|
|
Errichtung
|
|
Anlage
|
|
fortlaufend
|
|
rechtsgrundlose
|
|
Werkleistungen
|
|
erbracht
|
|
fortlaufend
|
|
Bereicherungsanspruch
|
|
Höhe
|
|
üblichen
|
|
hilfsweise
|
|
angemessenen
|
|
Vergütung
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
erworben
|
|
vgl.
|
|
;
|
|
264
|
|
;
|
|
Bamberger/Roth/Wendehorst
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
.
|
|
Ebenso
|
|
sind
|
|
Bereicherungsansprüche
|
|
Schuldnerin
|
|
jeweiligen
|
|
Zahlungen
|
|
Insolvenzeröffnung
|
|
entstanden
|
|
.
|
|
4
|
|
.
|
|
Schließlich
|
|
steht
|
|
auch
|
|
Umstand
|
|
Kläger
|
|
.
|
|
klagt
|
|
Anwendung
|
|
Saldotheorie
|
|
.
|
|
Zwar
|
|
ist
|
|
Höhe
|
|
verrechnenden
|
|
Bereicherungsansprüche
|
|
Beklagten
|
|
Gegensatz
|
|
Höhe
|
|
Ansprüche
|
|
Klägers
|
|
offen
|
|
kann
|
|
vorliegenden
|
|
Urkundenprozess
|
|
zulässigen
|
|
Beweismitteln
|
|
nachgewiesen
|
|
werden
|
|
vgl.
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
.
|
|
verhilft
|
|
indes
|
|
Klage
|
|
noch
|
|
Erfolg
|
|
hier
|
|
Aufrechnung
|
|
Saldierung
|
|
beiderseitigen
|
|
Bereicherungsansprüche
|
|
vgl.
|
|
.
|
|
S.
|
|
Rechtsprechung
|
|
Reichsgerichts
|
|
zurückgehenden
|
|
Grundform
|
|
Saldotheorie
|
|
ankommt
|
|
vgl.
|
|
Flume
|
|
Festschrift
|
|
Jahre
|
|
Festgabe
|
|
Wissenschaft
|
|
S.
|
|
.
|
|
;
|
|
.
|
|
;
|
|
321
|
|
;
|
|
Schuldrecht
|
|
13
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
;
|
|
Bürgerliches
|
|
Recht
|
|
20
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
.
|
|
hat
|
|
klagende
|
|
Bereicherungsgläubiger
|
|
einseitigen
|
|
Bereicherungsanspruch
|
|
nur
|
|
Anspruch
|
|
Saldierung
|
|
verbleibenden
|
|
Überschuss
|
|
aaO
|
|
.
|
|
materielle
|
|
Anspruchsumfang
|
|
wird
|
|
Urkundenprozess
|
|
verändert
|
|
bestimmt
|
|
umgekehrt
|
|
erforderliche
|
|
Darlegung
|
|
Höhe
|
|
Anspruchs
|
|
vgl.
|
|
aaO
|
|
;
|
|
.
|
|
10
|
|
.
|
|
Februar
|
|
1181
|
|
;
|
|
Flume
|
|
aaO
|
|
.
|
|
bedeutet
|
|
zwar
|
|
Bereicherungsgläubiger
|
|
Berechtigung
|
|
geforderten
|
|
Saldos
|
|
Darlegung
|
|
denkbaren
|
|
negativen
|
|
Rechnungsposten
|
|
darlegen
|
|
beweisen
|
|
muss
|
|
Voraussetzungen
|
|
Entreicherung
|
|
Beweislast
|
|
trägt
|
|
geltend
|
|
macht
|
|
.
|
|
10
|
|
.
|
|
Februar
|
|
aaO
|
|
;
|
|
.
|
|
Jedenfalls
|
|
aber
|
|
muss
|
|
Kläger
|
|
auch
|
|
Urkundenprozess
|
|
Beachtung
|
|
prozessualen
|
|
Wahrheitspflicht
|
|
§
|
|
zunächst
|
|
einmal
|
|
Saldo
|
|
darlegen
|
|
glaubt
|
|
Anspruch
|
|
haben
|
|
;
|
|
kann
|
|
einfach
|
|
gesamte
|
|
eigene
|
|
Leistung
|
|
zurückfordern
|
|
hier
|
|
offenkundig
|
|
ist
|
|
saldierender
|
|
Bereicherungsgegenstand
|
|
eigenen
|
|
Vermögen
|
|
befindet
|
|
Wert
|
|
jedenfalls
|
|
schätzen
|
|
kann
|
|
muss
|
|
bestimmte
|
|
Anspruchshöhe
|
|
geltend
|
|
machen
|
|
.
|
|
gilt
|
|
schon
|
|
ausgeführt
|
|
auch
|
|
Urkundenprozess
|
|
auch
|
|
hier
|
|
schlüssiger
|
|
Vortrag
|
|
Anspruchshöhe
|
|
erforderlich
|
|
ist
|
|
.
|
|
Fehlen
|
|
sonach
|
|
erforderlichen
|
|
Darlegungen
|
|
Klägers
|
|
ist
|
|
Sache
|
|
gleichwohl
|
|
Lasten
|
|
entscheidungsreif
|
|
Prozessbeteiligten
|
|
Vordergerichte
|
|
hier
|
|
maßgebenden
|
|
Gesichtspunkte
|
|
erkannt
|
|
haben
|
|
Kläger
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Gelegenheit
|
|
gegeben
|
|
werden
|
|
muss
|
|
erforderliche
|
|
Darlegung
|
|
nachzuholen
|
|
.
|
|
Sache
|
|
ist
|
|
Ansprüche
|
|
Klägers
|
|
Beklagte
|
|
Berufungsgericht
|
|
zurückzuverweisen
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
.
|
|
5
|
|
.
|
|
Entscheidungsreif
|
|
ist
|
|
Sache
|
|
hingegen
|
|
Klage
|
|
Beklagten
|
|
richtet
|
|
.
|
|
waren
|
|
Vertragspartner
|
|
allein
|
|
Schuldnerin
|
|
Beklagte
|
|
geschlossenen
|
|
LSTK-Vertrages
|
|
Nichtigkeit
|
|
rückabzuwickeln
|
|
ist
|
|
.
|
|
hier
|
|
allein
|
|
Betracht
|
|
kommende
|
|
bereicherungsrechtliche
|
|
Rückabwicklung
|
|
Leistungskondiktion
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
findet
|
|
allgemeiner
|
|
Ansicht
|
|
allein
|
|
Partnern
|
|
unwirksam
|
|
vereinbarten
|
|
Leistungsverhältnisses
|
|
hier
|
|
also
|
|
Schuldnerin
|
|
Beklagten
|
|
.
|
|
Zugehörigkeit
|
|
Beklagten
|
|
Konzern
|
|
ist
|
|
Bereicherungsausgleich
|
|
Belang
|
|
Konzernunternehmen
|
|
jeweils
|
|
rechtlich
|
|
selbständige
|
|
Unternehmen
|
|
sind
|
|
.
|
|
gilt
|
|
auch
|
|
Bestehen
|
|
Gewinnabführungsverträgen
|
|
.
|
|
Tatsache
|
|
Beklagte
|
|
ebenfalls
|
|
Schuldnerin
|
|
beteiligt
|
|
Subunternehmerin
|
|
war
|
|
ändert
|
|
Beklagte
|
|
Partnerin
|
|
LSTK-Vertrages
|
|
war
|
|
Bereicherungsschuldnerin
|
|
Verhältnis
|
|
Kläger
|
|
ist
|
|
vgl.
|
|
Sen
|
|
.
|
|
.
|
|
12
|
|
.
|
|
Februar
|
|
.
|
|
.
|
|
Beklagte
|
|
mittelbaren
|
|
Einlagenrückflusses
|
|
Subunternehmerin
|
|
erneute
|
|
Einlagenzahlung
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
AktG
|
|
schuldet
|
|
ist
|
|
hier
|
|
scheiden
|
|
anderer
|
|
Streitgegenstand
|
|
Kläger
|
|
geltend
|
|
gemachte
|
|
Rückzahlungsanspruch
|
|
ist
|
|
.
|
|
Kraemer
|
|
RiBGH
|
|
Dr.
|
|
kann
|
|
unterschreiben
|
|
.
|
|
Vorinstanzen
|
|
:
|
|
Entscheidung
|
|
26.10.2004
|
|
OLG
|
|
Frankfurt/Main
|
|
Entscheidung
|
|
10.02.2006
|