BESCHLUSS
|
|
23
|
|
.
|
|
Mai
|
|
Strafsache
|
|
1
|
|
.
|
|
2
|
|
.
|
|
1
|
|
.
|
|
:
|
|
Anstiftung
|
|
Betrug
|
|
u.a.
|
|
2
|
|
.
|
|
:
|
|
Beihilfe
|
|
Betrug
|
|
u.a.
|
|
1
|
|
.
|
|
Strafsenat
|
|
Bundesgerichtshofs
|
|
hat
|
|
23
|
|
.
|
|
Mai
|
|
beschlossen
|
|
:
|
|
Revisionen
|
|
Angeklagten
|
|
Urteil
|
|
Landgerichts
|
|
28
|
|
Juli
|
|
werden
|
|
unbegründet
|
|
verworfen
|
|
Nachprüfung
|
|
Urteils
|
|
Grund
|
|
Revisionsrechtfertigungen
|
|
Rechtsfehler
|
|
Nachteil
|
|
Angeklagten
|
|
ergeben
|
|
hat
|
|
Abs.
|
|
.
|
|
Beschwerdeführer
|
|
hat
|
|
Kosten
|
|
Rechtsmittels
|
|
tragen
|
|
.
|
|
Ergänzend
|
|
bemerkt
|
|
Senat
|
|
:
|
|
Prüfung
|
|
Strafbarkeit
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Nr.
|
|
ging
|
|
Strafkammer
|
|
Feststellung
|
|
Insolvenzantragspflicht
|
|
Zahlungsunfähigkeit
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Satz
|
|
GmbHG
|
|
zutreffend
|
|
Legaldefinition
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Insolvenzordnung
|
|
Wirkung
|
|
1
|
|
.
|
|
Januar
|
|
Konkursordnung
|
|
ablöste
|
|
.
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
InsO
|
|
ist
|
|
Schuldner
|
|
zahlungsunfähig
|
|
Lage
|
|
ist
|
|
fälligen
|
|
Zahlungspflichten
|
|
erfüllen
|
|
.
|
|
Merkmale
|
|
Dauer
|
|
Wesentlichkeit
|
|
hat
|
|
Gesetzgeber
|
|
Insolvenzordnung
|
|
Umschreibung
|
|
Zahlungsunfähigkeit
|
|
bewusst
|
|
verzichtet
|
|
Geltung
|
|
alten
|
|
Rechts
|
|
verbreiteten
|
|
Neigung
|
|
begegnen
|
|
Begriff
|
|
Zahlungsunfähigkeit
|
|
stark
|
|
einzuengen
|
|
Wochen
|
|
sogar
|
|
Monate
|
|
fortbestehende
|
|
Illiquidität
|
|
rechtlich
|
|
unerheblichen
|
|
Zahlungsstockung
|
|
erklären
|
|
.
|
|
Legaldefinition
|
|
ist
|
|
auch
|
|
frühere
|
|
Rechtsprechung
|
|
überholt
|
|
nur
|
|
Gläubigern
|
|
ernstlich
|
|
eingeforderten
|
|
Verbindlichkeiten
|
|
maßgebend
|
|
waren
|
|
.
|
|
Entscheidend
|
|
ist
|
|
allein
|
|
Zeitpunkt
|
|
Fälligkeit
|
|
Forderung
|
|
nur
|
|
Stundungsvereinbarung
|
|
hinausgeschoben
|
|
werden
|
|
kann
|
|
.
|
|
Zahlungsunfähigkeit
|
|
abzugrenzen
|
|
ist
|
|
weiterhin
|
|
bloße
|
|
Zahlungsstockung
|
|
kurzfristig
|
|
behebbare
|
|
Mangel
|
|
flüssigen
|
|
Mitteln
|
|
.
|
|
muss
|
|
Zeitraum
|
|
maximal
|
|
Wochen
|
|
beseitigen
|
|
sein
|
|
kreditwürdige
|
|
Person
|
|
Lage
|
|
ist
|
|
Wochen
|
|
benötigten
|
|
Beträge
|
|
darlehensweise
|
|
beschaffen
|
|
.
|
|
Sonst
|
|
liegt
|
|
vorneherein
|
|
Zahlungsunfähigkeit
|
|
vgl.
|
|
;
|
|
GmbH-Gesetz
|
|
18
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
.
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
25
|
|
;
|
|
Bieneck
|
|
Müller-Gugenberger/Bieneck
|
|
Wirtschaftsstrafrecht
|
|
4
|
|
.
|
|
Aufl
|
|
.
|
|
§
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
.
|
|
.
|
|
Senat
|
|
versteht
|
|
Urteil
|
|
Bundesgerichtshofs
|
|
19
|
|
.
|
|
April
|
|
Rdn
|
|
.
|
|
Hinweis
|
|
Jahr
|
|
stammende
|
|
Entscheidung
|
|
Bundesgerichtshofs
|
|
alten
|
|
Konkursrecht
|
|
GmbHG
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
Zahlungsunfähigkeit
|
|
gewählte
|
|
Formulierung
|
|
Zahlungsunfähigkeit
|
|
konkreten
|
|
Fall
|
|
1
|
|
.
|
|
Dezember
|
|
Sinne
|
|
§
|
|
§
|
|
außen
|
|
Erscheinung
|
|
tretende
|
|
Mangel
|
|
Zahlungsmitteln
|
|
beruhende
|
|
voraussichtlich
|
|
dauernde
|
|
Unvermögen
|
|
Unternehmens
|
|
sei
|
|
sofort
|
|
erfüllenden
|
|
Geldschulden
|
|
noch
|
|
Wesentlichen
|
|
begleichen
|
|
dahingehend
|
|
nur
|
|
noch
|
|
Zahlungsstockung
|
|
Sinne
|
|
neuen
|
|
Insolvenzrechts
|
|
angesprochen
|
|
werden
|
|
sollte
|
|
.
|
|
5
|
|
.
|
|
Strafsenat
|
|
alte
|
|
Rechtsprechung
|
|
neuen
|
|
Legaldefinition
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
sO
|
|
Bereich
|
|
Strafrechts
|
|
Hintanstellung
|
|
Zivilrechtsakzessorietät
|
|
Strafnorm
|
|
perpetuieren
|
|
so
|
|
ältere
|
|
Rechtsprechung
|
|
IX
|
|
.
|
|
Zivilsenats
|
|
Bundesgerichtshofs
|
|
Jahre
|
|
aaO
|
|
hinwegsetzen
|
|
wollte
|
|
kann
|
|
ausgegangen
|
|
werden
|
|
.
|
|
Wahl
|
|
Dr.
|
|
befindet
|
|
Urlaub
|
|
ist
|
|
Unterschrift
|
|
gehindert
|
|
.
|
|
Hebenstreit
|