BESCHLUSS
|
|
7
|
|
.
|
|
März
|
|
Strafsache
|
|
schweren
|
|
sexuellen
|
|
Missbrauchs
|
|
Kindes
|
|
u.a.
|
|
ECLI
|
|
:
|
|
:
|
|
BGH:2018:070318B1STR75.18.0
|
|
1
|
|
.
|
|
Strafsenat
|
|
Bundesgerichtshofs
|
|
hat
|
|
7
|
|
.
|
|
März
|
|
gemäß
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
beschlossen
|
|
:
|
|
1
|
|
.
|
|
Revision
|
|
Angeklagten
|
|
wird
|
|
Urteil
|
|
Landgerichts
|
|
12
|
|
.
|
|
Oktober
|
|
Strafaussprüchen
|
|
Taten
|
|
Gesamtstrafenausspruch
|
|
aufgehoben
|
|
.
|
|
2
|
|
.
|
|
weitergehende
|
|
Revision
|
|
wird
|
|
verworfen
|
|
.
|
|
3
|
|
.
|
|
Umfang
|
|
Aufhebung
|
|
wird
|
|
Sache
|
|
neuer
|
|
Verhandlung
|
|
Entscheidung
|
|
auch
|
|
Kosten
|
|
Rechtsmittels
|
|
andere
|
|
Strafkammer
|
|
Landgerichts
|
|
zurückverwiesen
|
|
.
|
|
Gründe
|
|
:
|
|
Landgericht
|
|
hat
|
|
Angeklagten
|
|
sexuellen
|
|
Missbrauchs
|
|
Schutzbefohlenen
|
|
Tateinheit
|
|
sexuellem
|
|
Missbrauch
|
|
Kindes
|
|
Fällen
|
|
sexuellen
|
|
Missbrauchs
|
|
Schutzbefohlenen
|
|
Tateinheit
|
|
schwerem
|
|
sexuellen
|
|
Missbrauch
|
|
Kindes
|
|
weiterer
|
|
Fälle
|
|
sexuellen
|
|
Missbrauchs
|
|
Schutzbefohlenen
|
|
Tateinheit
|
|
schwerem
|
|
sexuellen
|
|
Missbrauch
|
|
Kindes
|
|
Vergewaltigung
|
|
Gesamtfreiheitsstrafe
|
|
Jahren
|
|
Monaten
|
|
verurteilt
|
|
.
|
|
Revision
|
|
Angeklagten
|
|
Verletzung
|
|
materiellen
|
|
Rechts
|
|
rügt
|
|
hat
|
|
Beschlussformel
|
|
ersichtlichen
|
|
Teilerfolg
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
.
|
|
Übrigen
|
|
ist
|
|
Gründen
|
|
Antragsschrift
|
|
Generalbundesanwalts
|
|
5
|
|
.
|
|
Februar
|
|
unbegründet
|
|
Sinne
|
|
§
|
|
Abs.
|
|
.
|
|
Landgericht
|
|
hat
|
|
u.a.
|
|
folgende
|
|
Feststellungen
|
|
getroffen
|
|
:
|
|
Geschädigte
|
|
ist
|
|
Juli
|
|
geborene
|
|
Tochter
|
|
Angeklagten
|
|
Trennung
|
|
Scheidung
|
|
Eheleute
|
|
Jahr
|
|
Mutter
|
|
neuem
|
|
Lebensgefährten
|
|
lebte
|
|
.
|
|
aber
|
|
schon
|
|
sehr
|
|
bald
|
|
gewalttätig
|
|
Geschädigten
|
|
wurde
|
|
Mutter
|
|
einschritt
|
|
hielt
|
|
Geschädigte
|
|
zweite
|
|
Wochenende
|
|
Angeklagten
|
|
neuer
|
|
Lebensgefährtin
|
|
.
|
|
Erstmals
|
|
Frühjahr
|
|
regelmäßig
|
|
Januar
|
|
März
|
|
kam
|
|
zahlreichen
|
|
sexuellen
|
|
Übergriffen
|
|
Angeklagten
|
|
anfangs
|
|
Neigung
|
|
verbunden
|
|
waren
|
|
Riechen
|
|
Knabbern
|
|
Lecken
|
|
Füßen
|
|
Tochter
|
|
sexuell
|
|
erregen
|
|
Folge
|
|
jeweils
|
|
selbst
|
|
befriedigen
|
|
.
|
|
Mitte
|
|
Ende
|
|
März
|
|
kam
|
|
Strafausspruch
|
|
aufgehobenen
|
|
Taten
|
|
Angeklagte
|
|
Geschädigte
|
|
veranlasste
|
|
Schlafzimmer
|
|
Wohnung
|
|
nackt
|
|
auszuziehen
|
|
dann
|
|
Genitalbereich
|
|
leckte
|
|
teilweise
|
|
erigierten
|
|
Penis
|
|
Oberschenkel
|
|
schob
|
|
teilweise
|
|
veranlasste
|
|
Hand
|
|
manuell
|
|
befriedigen
|
|
mindestens
|
|
Fall
|
|
versuchte
|
|
ungeschützten
|
|
vaginalen
|
|
Geschlechtsverkehr
|
|
durchzuführen
|
|
Geschädigte
|
|
jedoch
|
|
verhinderte
|
|
.
|
|
Mindestens
|
|
weiteren
|
|
Fälle
|
|
manipulierte
|
|
Brustwarzen
|
|
Tochter
|
|
.
|
|
Folge
|
|
kam
|
|
noch
|
|
weiteren
|
|
Taten
|
|
Angeklagte
|
|
auch
|
|
Geschlechtsverkehr
|
|
Geschädigten
|
|
durchführte
|
|
Fall
|
|
Willen
|
|
erigierten
|
|
Penis
|
|
Mund
|
|
schob
|
|
.
|
|
II
|
|
.
|
|
1
|
|
.
|
|
Strafaussprüche
|
|
Taten
|
|
erweisen
|
|
rechtsfehlerhaft
|
|
.
|
|
Rahmen
|
|
Strafzumessung
|
|
Einzelnen
|
|
Taten
|
|
hat
|
|
Tatrichter
|
|
pauschal
|
|
berücksichtigt
|
|
Angeklagte
|
|
zusätzlich
|
|
verschiedene
|
|
Varianten
|
|
sexueller
|
|
Handlungen
|
|
vornahm
|
|
nämlich
|
|
mindestens
|
|
zweimal
|
|
Penis
|
|
Schenkel
|
|
Geschädigten
|
|
schob
|
|
beischlafähnliche
|
|
Bewegungen
|
|
durchführte
|
|
einmal
|
|
vaginalen
|
|
Geschlechtsverkehr
|
|
ansetzte
|
|
Geschädigte
|
|
zweimal
|
|
Angeklagten
|
|
Hand
|
|
befriedigen
|
|
musste
|
|
mindestens
|
|
einmal
|
|
Geschädigte
|
|
Körper
|
|
einölte
|
|
Brustwarzen
|
|
stimulierte
|
|
.
|
|
Taten
|
|
hat
|
|
Landgericht
|
|
jeweils
|
|
Einzelstrafen
|
|
Höhe
|
|
Jahren
|
|
Monaten
|
|
verhängt
|
|
.
|
|
Zeitpunkten
|
|
Zeitraum
|
|
Mitte
|
|
Ende
|
|
März
|
|
Vorfällen
|
|
kam
|
|
Taten
|
|
zusätzlichen
|
|
sexuellen
|
|
Handlungen
|
|
ausgeführt
|
|
wurden
|
|
hat
|
|
Landgericht
|
|
festgestellt
|
|
.
|
|
begegnet
|
|
schon
|
|
durchgreifenden
|
|
rechtlichen
|
|
Bedenken
|
|
Senat
|
|
ausschließen
|
|
kann
|
|
Strafkammer
|
|
Tat
|
|
Strafzumessung
|
|
Strafschärfungsgesichtspunkte
|
|
eingestellt
|
|
hat
|
|
.
|
|
Vielmehr
|
|
ist
|
|
Tatgericht
|
|
Verpflichtung
|
|
nachgekommen
|
|
konkreten
|
|
Strafzumessung
|
|
erster
|
|
Linie
|
|
Schwere
|
|
konkreten
|
|
Tat
|
|
Grad
|
|
persönlichen
|
|
Schuld
|
|
Täters
|
|
Grunde
|
|
legen
|
|
.
|
|
.
|
|
;
|
|
vgl.
|
|
Urteil
|
|
4
|
|
.
|
|
August
|
|
BGHSt
|
|
266
|
|
;
|
|
Beschluss
|
|
29
|
|
.
|
|
April
|
|
500/86
|
|
NStZ
|
|
.
|
|
Selbst
|
|
Strafkammer
|
|
möglich
|
|
gewesen
|
|
sein
|
|
sollte
|
|
erschwerend
|
|
berücksichtigten
|
|
zusätzlichen
|
|
sexuellen
|
|
Handlungen
|
|
konkreten
|
|
Taten
|
|
zuzuordnen
|
|
widerspricht
|
|
vorgenannten
|
|
Grundsätzen
|
|
Strafzumessung
|
|
zusätzlichen
|
|
Handlungen
|
|
Strafzumessung
|
|
pauschal
|
|
Taten
|
|
berücksichtigen
|
|
;
|
|
insoweit
|
|
bedarf
|
|
zusätzlichen
|
|
Erwähnung
|
|
beispielsweise
|
|
Einzelstrafe
|
|
Tat
|
|
Ansetzen
|
|
vaginalen
|
|
Geschlechtsverkehr
|
|
anders
|
|
bemessen
|
|
ist
|
|
Taten
|
|
erschwerenden
|
|
Umstand
|
|
.
|
|
neue
|
|
Tatrichter
|
|
wird
|
|
ergänzende
|
|
Feststellungen
|
|
Zeitpunkten
|
|
einzelnen
|
|
Taten
|
|
treffen
|
|
haben
|
|
ebenso
|
|
bedarf
|
|
ergänzender
|
|
Feststellungen
|
|
Inhalt
|
|
jeweiligen
|
|
Tat
|
|
war
|
|
.
|
|
2
|
|
.
|
|
Aufhebung
|
|
Einzelstrafen
|
|
vorgenannten
|
|
Fällen
|
|
war
|
|
auch
|
|
Gesamtstrafenausspruch
|
|
aufzuheben
|
|
.
|
|
Raum
|